हमीरपुर जैसे छोटे से क्षेत्र को हिमाचल के शिक्षा हब के रूप में प्रसार करने में चाणक्य अकादमी ने अपना निरंतर योगदान देते हुए इस साल भी प्रवेश परीक्षाओं में सफलता के नए आयामों को छुआ है। चाणक्य अकादमी ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए अकादमी से 95 से अधिक विद्यार्थियों ने इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। जिनमें से लगभग इक्कीस 21 विद्यार्थियों को MBBS या BDS में जगह मिल सकती है। संख्या के हिसाब से यह एक अच्छा परिणाम आंका जा सकता है। संस्थान की साजिता ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन करते हुए 720 में से 545 अंक लेकर सामान्य वर्ग श्रेणी में संस्थान की ओर से पहला स्थान, बन्दना ने 510 अंक लेकर दूसरा व अक्षित कपूर ने 507 अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया है।
बच्चों का यह प्रदर्षन संस्थान के अथक एवं निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप आया है। संस्थान के निदेशक डॉ. नवनीत शर्मा ने इस परिणाम का श्रेय विद्यार्थियों के परिश्रम, चाणक्य के अध्यापकों के अथक प्रयासों और मैनेजमेंट के लगातार प्रयोगों को दिया है। निदेशक ने कहा कि चाणक्य अकादमी अपना ईमानदार प्रयास हर हाल में और हर साल जारी रखेगी व बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए हमेशा तत्त्पर रहेगी। डॉ शर्मा ने बताया कि चाणक्य अकादमी में अखिल भारतीय स्तर पर हर सुविधा उपलब्ध है जो बच्चों को करियर संवारने में महत्त्वपूर्ण है।
संस्थान में इस समय रेग्यूलर बैच की कक्षाएं आरंभ हो चुकी हैं। वही विद्यार्थी सफलता शतप्रतिशत प्राप्त करेंगे जो समय सीमा के भीतर एडमिशन लेकर अपने पाठ्यक्रम को पूरा करेंगे और पूरी मेहनत व लगन से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुटे रहेंगे। डा॰ शर्मा ने बच्चों के सर्वांगीण विकास व प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता को ही चाणक्य अकादमी का एकमात्र लक्ष्य बताया। इन सफलताओं से यह सुनिश्चित हो जाता है कि चाणक्य के छात्र इस समय पूरे प्रदेश एवं देश में अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्षन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सत्र 2019-20 के लिए प्रवेश शुरू हो गया है, जिसमें विद्यार्थियों को लेवल टेस्ट के आधार पर दाखिला दिया जाता है और मनोवैज्ञानिक विष्लेषण के आधार पर बच्चों को गाइडेंस और कांऊसलिंग करके सहायता दी जाती है। संस्थान के निदेशक डा. नवनीत शर्मा ने अभिभावकों एवं बच्चों को शीघ्रातिशीघ्र प्रवेश प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया है। रेग्यूलर बैचों में 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं की कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और सभी बैचों में 30-30 सीटों का प्रावधान है। इच्छुक विद्यार्थी संस्थान में अपनी सीट सुनिष्चित करवा सकते हैं ताकि अगले वर्ष बेहतर से बेहतर नतीजों की उम्मीद की जा सके। जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्कॉलशिप की सुविधा उपलब्ध है और शहीदों के बच्चों को निःषुल्क षिक्षा का प्रबन्ध है। ड्रापर बैच की कक्षाएं इसी माह से शुरू हो रही हैं।