जिला कांगड़ा में निजी बसों में ओवरलोडिंग बदस्तूर जारी है। यहां हादसों से कोई खास सबक नहीं लिया गया है। आलम यह है अभी भी नीजि बसों में नियमों को ताक पर रखकर सवारियों को बस में ठूंस-ठूंस कर भरा जा रहा है। रविवार को भी धर्मशाला से मैक्लोडगंज जाने वाली एक निजी बस में नियमों को ताक पर रख कर सवारियां बैठाई गईं। ये सिलसिला पुलिस की नाक के नीचे से चल रहा है लेकिन किसी की कोई हिमाकत नहीं की इन नीजि बसों में ओवरलोडिंग पर रोक लगा सके। इन बसों में सवारियां जान जोखिम में डालकर सफर कर रहीं हैं।
आए दिन घटनाएं होने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर नजर अंदाज बने हुए हैं। ऐसी भरी बसों में महिलाओं और बच्चों को बस के अंदर तो कर लिया जाता है। लेकिन, बैठने के लिए सीट नहीं मिलती है। जिससे इन बसों में दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इन बसों में यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। लेकिन, संबंधित विभाग की अनदेखी का फायदा निजी बस संचालक उठा रहे हैं।
धर्मशाला से मैक्लोडगंज जा रही निजी बस में सफर कर रही महिला और अन्य सवारियों ने कहा कि जो ओवरलोडिंग के कारण उन्हें सफर करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हो जाता तब तक प्रसाशन और संबंधित विभाग भी कोई कदम नहीं उठाएगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई बार प्रसाशान को बताया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। वहीं, ओवरलोडिंग से भरी बस में महिलाओं को भी परेशान किया गया जहां उतारना था वहां उन्हें नहीं उतारा गया बल्कि, दूसरे स्टेशन पर उतारा गया।