मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार सुबह एक मंडवा बस्ती के पास नाले में एक आठ साल की बच्ची का शव मिला है। बताया जा रहा है कि बच्ची शनिवार रात 8 बजे से लापता थी। इसके बाद से ही परिजन उसकी तलाश कर रहे थे।
इस बारे में कमला नगर थाना पुलिस को भी शिकायत की गई थी। बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिसके बाद ही सच सामने आ पाएगा।
बच्ची के रिश्तेदारों का कहना है कि वह रात 8 बजे के करीब घर से कुछ दूर एक दुकान पर सामान लेने गई थी। इसके बाद वह वापस नहीं लौटी, फिर उसकी खोज शुरू हुई। लेकिन जब आस-पास में वह नहीं मिली तो 9 बजे उसके माता-पिता पुलिस के पास पहुंचे।
पुलिस ने इसकी रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया और कहा कि वह पास में ही कहीं खेल रही होगी। परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने यह भी कहा कि वह किसी के साथ भाग गई होगी और यह कहकर पल्ला छाड़ लिया कि आस-पास ढूंढ़ो मिल जाएगी। इसके बाद वे वापस लौट आए और फिर रातभर आस-पास के इलाकों में उसे तलाशते रहे।
शव मिलने पर फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की है। वहीं, पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने की कोशिश कर रही है। इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाए हैं। उन्हेंने कहा कि समय रहते अगर उसकी तलाश शुरू की होती तो वह मिल जाती। लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बच्ची का शव जैसे ही हमीदिया अस्पताल पहुंचा, वहां आए परिजनों ने हंगामा किया।
जब इलाके के पार्षद को इस बात की घटना का पता चला तो उन्होंने पुलिस को फोन कर बच्ची की तलाश तुरंत शुरू करने के लिए कहा। देर रात 11:30 बजे करीब थाने से तीन कांस्टेबल बच्ची के घर पहुंचे और वहीं कुर्सी लगाकर बैठ गए।
गांव वासियों का कहना है कि दो कांस्टेबल शराब के नशे में थे और बच्ची के बारे में अभद्र भाषा बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने बच्ची के परिजनों से चाय और गुटका खिलाने की भी मांग की। जब नाले से बच्ची की लाश बाहर निकाली गई तो उसके गले पर निशान थे और उसके हाथों पर भी बांधे जाने के निशान थे। परिजनों का आरोप है कि दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई है।