शरद नवरात्रे शुरू होते ही रामलीला का मंचन भी राजधानी शिमला में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसी कड़ी में युवा कला केंद्र नाभा द्वारा रामलीला का आयोजन करवाया जा रहा है। 75 साल पुरानी गंज बाजार की रामलीला के बाद जाखू जाने वाली झांकी 4 साल पहले बंद हो गई थी। इस बार गंज बाजार का रावण फिर जाखू पहुंचेगा। हर वर्ष की भांति नाभा में रामलीला को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बार जाखू दशहरे का मुख्य आकर्षण 50 फ़ीट का रावण है जिसको दशहरे के दिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जलाएंगे।
हालांकि आजकल नए नए मनोरंजन के साधन आ गए है जिसकी वजह से रामलीला दर्शकों की भीड़ को अपनी और आकर्षित करने में उतनी सफल नहीं हो पाती है बाबजूद इसके अभी भी कई जगह रामलीला की भारतीय परंपरा को जीवित रखने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है की शरद नवरात्रों में रामलीला का बड़ा महत्व है और इसमें राम से जुड़ी कथाओं को दर्शाया जाता है। युवा कला केन्द्र के सदस्य संजू कुमार ने बताया कि युवा कला केंद्र नाभा पिछले कई सालों से करता रामलीला का आयोजन कर रहा है। जिसमें स्थानीय लोग बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं। पिछले कुछ सालों से बंद हुई गंज मंदिर की रामलीला को भी इस बार शुरू कर दिया गया है। इसी रामलीला की झांकियां जाखू दशहरे में इस बार दिखाई जाएंगी। इससे पहले नाभा रामलीला को जाखू में दर्शाया जाता रहा है।