हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव में मिली कांग्रेस को बड़ी हार के बाद अब पार्टी में हार को लेकर मंथन शुरू हो गया है। हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ईवीएम में छेड़खानी की बात कही है। रजनी पाटिल ने कहा है कि कर्नाटक नगर पंचायतो के चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिला है और वंहा पर चुनाव बैलेट पेपर से हुए लेकिन लोकसभा के चुनावों में ईवीएम से चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस की वंहा से हार हुई है। ऐसी स्थिति में ईवीएम पर सवाल उठाना लाजमी है।
कांग्रेस देश में ईवीएम की बैलेट पेपर पर चुनाव करवाने की मांग करती है। कांग्रेस पार्टी हार के कारणों पर मंथन कर रही है और अगर जरुरत पड़ेगी तो संगठन में जरुरी बदलाव भी किये जायेंगे। कार्यकर्ताओ से चर्चा करने के बाद बूथ स्तर से लेकर बदलाव किये जायेंगे। वहीं, मीटिंग में भाग लेने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी बैलेट पेपर पर चुनाव होने को सबसे ईमानदार तरीका बताया है और ईवीएम को मेनुप्लेट करने की बात कही।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सरकारी मशीनरी का खुला दुरुपयोग किया है। चुनाव आयोग ने भाजपा का एजेंट बनकर उसे जीतने का काम किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि मीटिंग में हार के कारणों पर चर्चा की जाएगी और जो भी सुझाव आयेंगे उस पर चर्चा करने के बाद संगठन में बदलाव किये जायेगे।