बूढे़ माता-पिता की सेवा नहीं करने पर अब पुलिस आपके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर सकती है। जी हां, बिहार में इस आशय का फैसला किया गया है। दरअसल बिहार के बुजुर्गों को नीतीश कुमार ने बड़ा हथियार दे दिया है। अगर आप बिहार के निवासी हैं और आपके बच्चे आपकी सेवा नहीं कर रहे। तो बकायदा आप पुलिस सहायता ले पाएंगे।
नीतीश मंत्रिमंडल ने फैसला लिया है कि माता-पिता अगर बच्चों के खिलाफ शिकायत करते हैं तो इस पर सख्त कार्रवाई होगी। यहां तक की नालायक बेटों को जेल तक की सजा हो सकती है। बिहार सरकार ने बुजुर्गों के लिए जो रुख अख्तियार किया है उसके मुताबिक बुजुर्गों की सेवा अब नैतिकता का तकाजा नहीं। बल्कि बच्चों के लिए ये बाध्यता होगी।
सामाजिक संस्थाओं की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में बुजुर्गों का हाल काफी बुरा है। परिवार के युवा रोजी रोटी की तलाश में बिहार से बाहर कमाने चले जाते हैं। जबकि आर्थिक स्थिति बेहतर रहने के बावजूद यहां बुजुर्गों को अकेलेपन का दंश झेलना पड़ता है। कई मामलों में तो देखा गया कि बुजुर्ग बेहतर आर्थिक स्थिति होने के बावजूद अपने लिए संसाधन नहीं जुटा पाते हैं। उनकी मदद करने वाला कोई नहीं होता है क्योंकि उनके बच्चे उनसे अलग रहते हैं।
संपन्न घरों में ऐसे भी उदाहरण है जब बच्चों के दबाव में आकर मां-बाप को अपनी संपत्तियां बेचनी पड़ी। ताकि वे अपने बेटों के लिए महानगरों में फ्लैट्स खरीद सकें। एक बार बड़ी रकम थमाने के बाद बच्चे मां-बाप का खयाल रखना छोड़ देते हैं।
इन्हीं मुश्किलों से निजात दिलाने के लिए बिहार सरकार ने बुजुर्गों को ऐसा हथियार दिया है। जिसके दम पर वो अपने बच्चों को सेवा करने के लिए बाध्य कर सकते हैं। हालांकि बुजुर्गों के हक में कई कानून हैं। जिसके मुकाबले बिहार सरकार ने सख्ती बरतते हुए नालायक बेटों को जेल की हवा खिलाने तक का इंतजाम किया है।