हिमाचल में मानसून आने से पहले ही बादल फटने शुरू हो गए हैं। चंबा जिले के मैहला विकास खंड के तहत जांघी पंचायत में बुधवार शाम को बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। बादल फटने से नाले में आई बाढ़ से गांव के करीब आधा दर्जन घरों में मलबा घुस गया है। करीब एक दर्जन किसानों के खेत बह गए। नाले की बाढ़ के साथ आए मलबे से पठानकोट-भरमौर हाईवे बंद हो गया है।
खतरे को देखते हुए दो परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया है। जिला प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है। ग्रामीणों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। बुधवार शाम करीब पांच बजे पहाड़ पर बादल फटने से नाले में बाढ़ आ गई।
नाले का पानी जांघी गांव में घुसने से ग्रामीणों में अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते नाले का पानी और मलबा घरों में घुस गया, खेत बह गए। प्राथमिक स्कूल जांघी का परिसर मलबे से लबालब हो गया। सोबिया राम और सोनू की दुकान में बाढ़ का पानी घुसने से सारा सामान खराब हो गया। तहसीलदार चंबा पवन ठाकुर ने बताया कि बादल फटने से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
कुछ ही मिनटों में जांघी क्षेत्र में चारों ओर तबाही का आलम था। घरों में मलबा घुस चुका थो तो रास्ते तहस नहस हो चुके थे। इस तबाही में क्षेत्र के दो लोगों के घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।