अपनी सेवाएं बंद कर चुकी रिलायंस कम्युनिकेशंस को हमीरपुर से क़ानूनी नोटिस जारी कर क़रीब डेढ़ लाख रुपए किराया अदा करने की चेतावनी जारी हुई है। एसबीआई सहित 25 लेंडर्स का बकाया चुकाने और कर्ज घटाने की कोशिश में आरकॉम ने गत दो वर्ष पूर्व दिसंबर में स्पेक्ट्रम, नोड्स सहित अपनी वायरलेस एसेट्स के साथ टावर और ऑप्टिक फाइबर एसेट्स को रिलायंस जियो को बेचने का एक समझौता किया था। इसके बाद आरकॉम के टावर तो जीयो कम्पनी ने ले लिए लेकिन फाइबर एसेट्स और अन्य मशीनरी के लिए हायर किए गये भवनों का किराया अभी तक भवन मालिकों को नहीं मिल पाया ।
इसी मुद्दे को लेकर एक क़ानूनी नोटिस हमीरपुर से केहर सिंह गांधी पुत्र भगत ने रिलायंस कम्युनिकेशंस को भेजकर कम्पनी द्वारा उनसे रेंट पर लिए कमरे का क़रीब डेढ़ लाख रुपए बक़ाया शीघ्र अदा करने बारे कहा है। उन्होंने बताया कि कम्पनी के साथ एग्रीमेंट होने के बावजूद उन्हें 5 सितम्बर 2016 से जनवरी, 2019 तक का किराया नहीं मिला है । कम्पनी न तो किराया अदा कर रही है और न ही अपनी मशीनरी उठा कर भवन को ख़ाली कर रही है।
वहीं, हमीरपुर ज़िला न्यायालय के अधिवक्ता एससी चौहान ने रिलायंस कम्युनिकेशंस को क़ानूनी नोटिस भेजे जाने की पुष्टि की है। इस बारे में रिलायंस कम्युनिकेशंस के चंडीगढ़ स्थित आपरेशनल मैनेजर संजय जगोता का कहना है कि कम्पनी को नोटिस मिल चुका है। उन्होंने कहा कि विवादों के कारण कम्पनी की सारी वित्तीय स्थिति का कंट्रोल एसबीआई के हाथों में है। विवादों के हल होते ही सभी भवन मालिकों को किराया अदा कर दिया जाएगा ।