राजधानी शिमला में पिछले सप्ताह जाम से जूझ रहे शहरवासियों को जिला प्रशासन के फार्मूले ने राहत दिलाई है। पर्यटनीय स्थल होने की वजह से यहां लोगों को और सैलानियों को ट्रैफिक की समस्या से हर दिन सामना करना पड़ता है। सरकारी और निजी कार्यालयों में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी वाहनों और बसों में आ रहे थे।
इसके बावजूद शहर की सड़कों पर वाहन मालिकों को जाम से नहीं जूझना पड़ा। सुबह दो स्कूलों के समय में किया गया परिवर्तन भी सफल रहा। सुबह ताराहॉल के समय साढ़े आठ बजे जब ऑकलैंड स्कूल लग रहा था तो वाहनों की आवाजाही सुचारू रही। इसी तरह लक्कड़ बाजार बस अड्डे पर भी वाहनों को ज्यादा समय तक जाम में इंतजार नहीं करना पड़ा।
शहर में जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए उपायुक्त ने पिछले सप्ताह ही स्कूलों का समय बदला था। इस प्रयोग के सफल रहने या नहीं रहने पर सभी की नजरें टिकी हुई थी। उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा कि लोगों की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन ने ये फैसला लिया था। इसके परिणाम अभी तक अच्छे ही सामने आ रहे हैं।
प्रशासन के फैसले को पूरी तरह से लागू करवाने के लिए पुलिस अधिकारी सड़क पर उतरे थे। डीएसपी ट्रैफिक कमल वर्मा से लेकर अन्य कई अधिकारी खुद सड़कों पर जाम की स्थिति संभाल रहे थे।