शिमला में दूसरा अंतराष्ट्रीय साहित्य उत्सव 23 और 24 जून को मनाया जा रहा है। जिसमें भाषा संस्कृति विभाग के सौजन्य से साहित्यिक, कला, संगीत कविता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से लोगों को रू-ब-रू करवाया जाएगा। इस फेस्टिवल में देश भर के 110 लेखक, कलाकार, स्कोलर्स राजनीतिज्ञ, पत्रकार, फ़िल्म जगत की हस्तियों और कई विशेषज्ञ को बुलाया गया है। फ़िल्म के डायरेक्टर और लेखक भी इस उत्सव में लोगों को फ़िल्म जगत के बारे में जानकारी देंगे। शिमला में स्नो हार्वेस्टिंग की जगहों को खोजकर उन पर काम किया जाएगा।
भाषा संस्कृति विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान ने बताया कि इस उत्सव में हिमाचल की सभ्यता संस्कृति को दर्शाया जाएगा। इस बार इसका थीम 'द वर्ल्ड ऑफ ड्रीम एंड इमेजिनेशन' रखा गया है। इनमें विभिन्न विषय जिनमें संस्कृत का महत्व, कांगड़ा की पेंटिंग और क्राफ्ट कला, पर्यावरण हेल्थ, बॉलीवुड और संगीत का बोलबाला होगा। इस बार पहाड़ की कहानियों को सुनाया जाएगा। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले से पहले और बाद क्या हो रहा है, इस पर भी शॉर्ट फिल्म दिखाई जाएगी।