कहते हैं कि अष्टमी को दुनिया इधर की उधर हो जाए लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इस दिन शक्ति पूजा करना नही भूलते हैं। जी हां मुख्यमंत्री नवरात्र के दौरान हर बार अष्टमी के दिन अपनी कुल देवी भीमाकाली को मनाने के लिए पैतृक राजमहल और भीमाकाली मंदिर सराहन पहुंचते हैं।
अष्टमी के दिन रात भर सराहन भीमाकाली मंदिर में मां की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ कि जाती है। माना तो भी जाता है कि भीमाकाली की शक्ति मुख्यमंत्री के अंग-संग चलती है ओर साक्षात रूप से उनके साथ रहती है। यही वजह है कि वह बड़े से बड़े सकंट के निकल आते है यहां तक कि विरोधी उनका बाल तक बांका नही कर पाते है।
सीएम आज फिर रामपुर जा रहे है और सराहन में ही उनका रात्रि ठहराब है आज अष्टमी के दिन भीमाकाली की पूजा रात भर चलेगी। जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। हालांकि सराहन स्थित भीमाकाली मन्दिर मुख्यमंत्री का पैतृक मंदिर है लेकिन अब वह ट्रस्ट के तहत काम करता है।