राजस्थान के बाड़मेर में रविवार को आंधी तूफान ने जबर्दस्त कहर बरपाया। इसके कारण जिले के जसोल गांव में चल रही रामकथा का पांडाल गिर गया। पांडाल में लोहे के इस्तेमाल के चलते इसमें करंट फैल गया। पंडाल के नीचे दबने और करंट लगने से 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि, 45 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हादसे के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच कर राहत-बचाव कार्य शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है।
पंडाल में मौजूद थे करीब एक हजार श्रद्धालु
जानकारी के अनुसार, हादसा बाड़मेर जिले के जसोल गांव में हुआ। गांव के स्कूल परिसर में रामकथा का आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी तादाद में लोग शामिल हुए थे। इसके लिए वहां करीब 200 फीट का लोहे का पंडाल तैयार किया गया था। पंडाल में करीब एक हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के होने की बात कही जा रही है। दोपहर बाद अचानक से मौसम के रुख में बदलाव हुआ। करीब पौने चार बजे तेज आंधी-तूफान आया, जिससे पंडाल गिर गया। इससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु दब गए। आंधी-तूफान के साथ ही बारिश भी शुरू हो गई। पंडाल में बिजली उपकरण लगे होने के कारण उसमें करंट फैल गय
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़मेर हुए हादसे पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'राजस्थान के बाड़मेर में पंडाल गिरने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।