उना के उपमंडल अंब के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा स्कूल में ही छात्रा से दुराचार मामले को लेकर ग्रामीण उग्र हो गए है। सोमवार को स्कूल लगने से पहले ही बच्चों की बजाय ग्रामीणों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। सैंकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीणों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रधानाचार्य से लेकर पूरा स्टॉफ सस्पैंड करने की मांग उठाई है। जहां तक कि ग्रामीणों ने अध्यापकों को गेट के अंदर तक नहीं जाने दिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन को दुष्कर्म की जानकारी होने के बावजूद मामले को दबाने का प्रयास किया गया है। ऐसे में सारे स्टॉफ को सस्पैंड किया जाए। साथ ही मामले को लेकर स्कूली बच्चों के बयान भी दर्ज किए जाएं। सुबह ही स्कूल के बाहर हो रहे प्रदर्शन को लेकर एसडीएम अंब तोरुल रवीश, डीएसपी हैडक्वार्टर अशोक वर्मा, डीएसपी अंब मनोज जंबाल, जिला उच्च शिक्षा उपनिदेशक कमलेश कुमारी मौके पर पहुंच गई, जहां पर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया।
बता दें कि उपमंडल अंब के एक सरकारी स्कूल में शनिवार को 15 वर्षीय छात्रा रोजाना की तरह स्कूल गई हुई थी। करीब 11 बजे वॉशरूम गई तो स्कूल का शिक्षक भी अंदर चला गया। जहां उसने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। स्कूल में छुट्टी होने के बाद घर पहुंची छात्रा ने परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। जिस पर परिजन उसे लेकर थाना अंब पहुंचे और घटना की शिकायत की। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर छात्रा का मेडिकल करवाया और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया।
मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस ने शिक्षक के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पोक्सो एक्ट की धारा 4 के तहत केस दर्ज किया है। सोमवार को ग्रामीण स्कूल के बाहर एकत्रित हो गए और स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन को सब कुछ पता होने के बावजूद मामले का दबाने का प्रयास किया गया। ऐसे में स्कूल में सेवाएं दे रहे प्रधानाचार्य सहित तमाम स्टॉफ को सस्पैंड किया जाए। ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए आलाधिकारी सहित पुलिस पहुंच गए।