हिमाचल प्रदेश कांग्रेस नेताओं के बीच तकरारें बेशक सुलझ गई हों, लेकिन जुबानी जंग की लड़ाई अभी भी जारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर एक बार तंज कसा है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने साफ तो नहीं कहा पर युवा नेताओं पर की गई टिप्पणी ने एक बार फिर वीरभद्र-सुक्खू वॉर को हवा दे दी है।
दरअसल, कुमारसेन में मुख्यमंत्री ने युवा कांग्रेस अध्य़क्ष विक्रमादित्य सिंह का हवाला देते हुए कहा कि युवा प्रदेश अध्यक्ष को नॉमिनेट नहीं किया गया है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया के तहत उन्हें युवा कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया है।
मुख्यमंत्री का ये बयान साफ-साफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की ओर ईशारा करता है। क्योंकि, इससे पहले भी वीरभद्र-सुक्खू वॉर में इस बात को लेकर काफी बयानबाजी हो चुकी है। उस समय भी मुख्यमंत्री ने सुक्खू को नॉमिनेट किये जाने पर कई वॉर किए थे और संगठन के लिए दोबारा चुनाव करने को भी कहा था।
वहीं, मुख्यमंत्री का ये बयान इस ओर भी ईशारा करता है कि इन दिनों हिमाचल आए कांग्रेस प्रभारी शिंदे सुक्खू के साथ ही हर जगह पहुंच रहे हैं। हालांकि, शिंदे-सुक्खू के बयान वीरभद्र के पक्ष में थे, लेकिन अंदरखाते क्या चल रहा है ये तो वक्त ही बताएगा।