एचआरटीसी की बसों में वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में पकड़े गए एक कंडक्टर को पहले नौकरी से जबरन रिटायर किया गया। उसके बाद उसे फिर नौकरी पर रख दिया और फिर उसे दो प्रमोशन दे दी गई। यह आरोप परिवहन मजदूर संघ के अध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने लगाए। उन्होंने कहा कि सेवा बहाली के बाद कंडक्टर साढ़े तीन साल तक वेतन के साथ पेंशन भी लेता रहा। जब उसे चार्जशीट किया गया तो उसके बाद इस कंडक्टर ने 3 लाख 91 हजार 087 रुपये जमा करा दिए।
एचआरटीसी के वरिष्ठ पदों पर बैठें अफसरों ने दरियादिली दिखाकर 20 जून 2019 को रिव्यू डीपीसी में सिर्फ उस अकेले कंडक्टर को बैक डेट से एक साथ दो पदोन्नतियां दे दी। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि सिर्फ एक कंडक्टर को पदोन्नति दी गई। जबकि निगम के 150 कंडक्टर पदोन्नति को लेकर बीते नौ महीने से इंतजार करते रहे।
परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि मामले की छानबीन की जाएगी। वहीं, आरएम बिलासपुर पवन शर्मा ने बताया कि कंडक्टर के खिलाफ कार्रवाई मुख्यालय से हुई।