आगामी बरसात के मौसम के मद्देनजर जिला प्रशासन ने नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों और पर्यटकों से विशेष ऐहतियात बरतने की अपील की है। डीसी कुल्लू डा. ऋचा वर्मा ने जिला के चारों उपमंडलों के एसडीएम, लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे के अधिकारियों तथा पर्यटन विभाग के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में नदी-नालों के आस-पास के इलाकों को लेकर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
डा. ऋचा वर्मा ने कहा कि जिला के ऊंचे क्षेत्रों में ग्लेशियरों के तेजी से पिघलने के कारण आजकल नदी-नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है तथा पहाड़ों पर बारिश की स्थित में इन नदी-नालों में अचानक उफान आ सकता है। इनके जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है। इसलिए पर्यटकों को पानी के पास सेल्फी खींचने या मौज-मस्ती न करने दें और ऐसे स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाएं। इसके अलावा नदी किनारे बसे लोगों को अलर्ट करें तथा पानी के नजदीक झुग्गी-झोपड़ियों के अतिक्रमण को रोकें। उपायुक्त ने कहा कि जिला में जलविद्युत परियोजनाओं के जलाशयों से पानी छोड़ने से पहले लोगों को सूचित तथा अलर्ट करें। पर्यटन विभाग के अधिकारी रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों पर नजर रखें।
डीसी ने नेशनल हाईवे और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जिला के मुख्य सड़क मार्गों पर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों को चिह्नित करने तथा वहां पर्याप्त मशीनरी तैयार रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने ने बताया कि बरसात में किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। किसी भी तरह की आपदा की सूचना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के टॉल फ्री नंबर 1077 पर दी जा सकती है।