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पांवटा साहिबः अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही, मेडिकल करवाने के लिए सारी रात भटकती रही रेप पीडिता

नवनीत बत्ता |

हिमाचल में लगातार छेड़छाड़ और रेप जैसी घिनौनी वारदातें बढ़ती जा रही हैं। पुलिस प्रशासन इन को रोकने में असफल साबित हो रहे है। सरकार पर रोजाना इस मामले में कोई कड़ी कार्रवाई ना करने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसा ही एक रेप का मामला पांवटा साहिब से सामने आया है। इस बार मामला गंभीर है क्योंकि एक 13 साल की बच्ची जिसके साथ रेप हुआ था और मेडिकल करवाने के लिए रात तक सिविल अस्पताल में भटकती रही। मामला  माजरे  पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाली एक जगह का है। जहां पर एक 13 साल की बच्ची के साथ 18 साल के युवक ने रेप किया। परिजनों ने रेप करने वाले युवक की खूब पिटाई की और उसके बाद उसको पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की। पोस्को एक्ट के इस गंभीर मामले में  स्वास्थ्य विभाग की और अस्पताल प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है।

अस्पताल में तैनात तीन महिला चिकित्सा में से एक भी महिला चिकित्सक पीड़िता का मेडिकल कराने के लिए उपलब्ध नहीं थी। किसी तरह अन्य दो महिला चिकित्सकों को भी बुलाने की कोशिश की गई लेकिन वह भी उपलब्ध ना हो सकी। ऐसे में पीडिता का मेडिकल कराने के लिए पुलिस घूमती रही और पुलिस अधिकारियों के  फोन करने पर एसएमओ ने अपनी असमर्थता जाहिर कर दी। वहीं, मामला बढ़ते देख मीडिया अस्पताल में पहुंची तो एसएमओ भी अस्पताल पहुंचे और आनन-फानन में निकल लिए। इस मामले में जब अस्पताल के डॉक्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस बारे में आला अधिकारियों को जानकारी दे दी है। पीड़िता को मेडिकल के लिए नाहन रेफर कर दिया गया है।

पुलिस रात भर उस बच्ची को लेकर इधर-उधर धक्के खाती रही और स्वास्थ्य विभाग आंखें मूंद कर बैठा रहा। बताया जा रहा है कि एक महिला डॉक्टर  ट्रेनिंग  पर दिल्ली गई हुई है दूसरी महिला डॉक्टर पहले से छुट्टी पर थी और तीसरी महिला डॉक्टर मेडिकल लीव पर है। इस सब के बीच जो परेशानी जो मानसिक पीड़ा उस पीड़ित बच्ची ने ली, क्या उसकी पूर्ति कोई कर पाएगा। अब देखना यह होगा कि लापरवाही बरतने वालों पर क्या कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि रेप करने के आरोपी 18 साल के युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और आरोपी का सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया गया है।