ग्राम पंचायत सराहन और ग्राम पंचायत गुवाड़ का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल के अतिरिक्त उपायुक्त हेमराज बैरवां से मिला। उन्होने मांग की कि चम्बा भाला रुट पर एक अतिरिक्त बस चलाई जाए। यह मांग क्षेत्र के लोग 2016 से लगातार करते आ रहे हैं लेकिन आज दिन तक उस पर कोई कार्रवाही अमल में नहीं लाई गई है।
चम्बा भाला रूट पर मात्र एक ही बस चल रही है जबकि प्रतिदिन क्षेत्र के सैकड़ों लोगों का जिला मुख्यालय आना जाना होता है। जिसमें ज्यादातर स्कूल, कॉलेज और आईटीआई के छात्रों के अलावा काफी संख्या में मज़दूर अपनी दिहाड़ी लगाने आते हैं। सरकार द्वारा ओवरलोडिंग की रोक को लेकर तो क्षेत्र के लोगों की समस्याएं और बढ़ा दी है क्योंकि इस उक्त मार्ग पर मात्र एक ही बस चलती है जबकि सवारियों की संख्या 100 से ऊपर हो जाती है ।
ऐसे में बसों के चालान तो धड़ा-धड़ किये जा रहे हैं। सवारियों को भी बस से उतारा जा रहा है। जिनको बस से उतारा जा रहा है उनके घर पहुंचने का कोई साधन उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा। पहले भी इसके बारे में मांग की गई है। अभी सुना जा रहा है कि प्रशासन ने एचआरटीसी के पास अतिरिक्त बस ना होने का हवाला देकर प्राईवेट बस शिवा कोच वालों को रूट दे दिया है। जबकि स्थानीय लोगों ने इस बस को चलाने के लिए इंकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि शिवा कोच की कोई भी बस ऐसी नहीं है जो कि भाला रोड़ पर चलने के काबिल हो क्योंकि पिछले दिनों कई बार टायर खुलने, ब्रेक फेल और स्टेयरिंग फ्री होने जैसी वारदातें हो चुकी हैं। ऐसी वारदात अगर भाला रोड़ पर होती है तो वो भी किसी भयंकर हादसे का रूप ले सकती है।
लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सोमवार से पहले अगर एचआरटीसी की बस नहीं चलाई जाती है तो जो बस चल रही है हम उसे भाला में ही रोक देंगे और चक्का जाम कर देंगे। उनकी मांग है कि हमें प्राइवेट नहीं एचआरटीसी की बस चाहिए जो सुबह सवा सात बजे चम्बा से चले और पौने नौ भाला से वापिस आये। वहीं, बस शाम को चार बजे चम्बा से चले और भाला सवारियां छोड़ने के बाद वापिस आ जाये।