ऊर्जा राज्य हिमाचल में अब घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को पांच पैसे प्रति यूनिट महंगी बिजली मिलेगी। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने शनिवार को बिजली के दाम बढ़ाने की अधिसूचना जारी की। नए दाम पहली जुलाई से लागू हो जाएंगे। राज्य बिजली बोर्ड ने अपने खर्चो को पूरा करने के लिए बिजली के दाम 30 फीसद तक बढ़ाने की आवश्यकता जताई थी। प्रदेश में अब बिजली सबसिडी के बाद एक रुपये प्रति यूनिट से लेकर 4.40 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से मिलेगी। राज्य बिजली बोर्ड ने वर्ष 2019-20 का 6451.53 करोड़ रुपये खर्च दर्शाया है।
राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली के दाम पांच पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने से 5357.24 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा जबकि 1094.29 करोड़ की कमी आएगी। उपभोक्ताओं को 60 यूनिट तक एक रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से और उसके बाद 1.55 रुपये देने होंगे। जैसे-जैसे बिजली के मीटर की यूनिट बढ़ती जाएगी, दाम प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ते जाएंगे।
बिजली के दाम बढ़ाने के साथ सबसिडी में परिवर्तन नहीं किया गया है। जितनी सबसिडी पहले मिल रही थी, उतनी ही मिलेगी। बिजली की खपत बढ़ने के साथ बिजली के दाम महंगे होंगे। प्रदेश में पिछले वर्ष अप्रैल में बिजली के दाम 125 यूनिट से अधिक बिजली खपत करने पर 20 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए थे।
अस्पतालों और सरकारी संस्थानों में बिजली के दाम को डेढ़ फीसद जबकि पीने के पानी के पंपों के लिए तीन फीसद बढ़ाया गया था। पानी की पंपिंग के लिए घटाए दाम कृषि उपभोक्ताओं को लेकर पानी की पं¨पग के लिए बिजली दाम में 25 पैसे प्रति यूनिट की कटौती की गई है। इसके लिए अब 50 पैसे प्रति किलोवाट बिजली के दाम होंगे। पीक ऑवर में 100 रुपये प्रति किलोवाट प्रति माह अतिरिक्त चार्ज जो उद्योगों व अन्य के लिए था, उसे हटा दिया है। पानी की पंपिंग के लिए एलटी वोल्टेज लेवल को 50 रुपये प्रति किलोवाट प्रति माह को 100 रुपये जबकि एचटी के लिए 400 रुपये से 300 रुपये प्रति केवीए व एक्सट्रा हाई टेंशन (ईएचटी) के लिए 400 रुपये प्रति केवीए ही रखा है। अस्थाई तौर बिजली कनेक्शन लेने पर अब कम पैसे लगेंगे।
उद्योगों के लिए दाम
वोल्टेज स्तर पुराने दाम नए दाम
220 केवी 4.20, 4.20
132 केवी 4.20 4.25
66 केवी 4.20 4.30 (दाम रुपये प्रति यूनिट)