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शिमला: नशा मुक्त हिमाचल के लिए पुलिस जवानों ने लगाई दौड़, CM ने विजेताओं को बांटे पुरस्कार

पी. चंद, शिमला |

प्रदेश के युवाओं को नशे से मुक्त करने के मकसद से हिमाचल प्रदेश पुलिस ने शिमला में मैराथन का आयोजन किया जिसमें दौड़ के माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग द्वारा नशे पर लगाम लगाने के लिए स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रोग्राम, मोबाइल एप्प ड्रग फ्री हिमाचल, नशा निवारण टोल फ्री नम्बर 1908 और साइबर क्राइम वेबसाइट व हेल्पलाइन नम्बर 15526 की लॉन्चिंग की। जिसके माध्यम से लोग नशे का कारोबार करने वाले की जानकारी पुलिस को दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नशे के खिलाफ सभी लोगों को जागरूक होने की जरूरत है तभी प्रदेश के युवाओं को इससे बचाया जा सकता है। सरकार ने नशे पर लगाम लगाने के लिए कानून को सख्त किया है जरुरत पड़ने पर और भी सख्त किया जायेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने पडोसी राज्यों के मुख्यमंत्री से बीते साल नशे पर लगाम लगाने के लिए सांझा अभियान चलाने का आग्रह किया था जिसके अच्छे परिणाम सामने आये है और नशे का कारोबार करने वालो पर नकेल कस्सी गयी है। इस साल भी सरकार पडोसी राज्यों के साथ मीटिंग करने की कोशिश करेगी।

उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स कैडेट्स प्रोग्राम के माध्यम से प्रदेश के चयनित 60 स्कूलों के बच्चों को स्वच्छता, क़ानून के प्रति सम्मान और ट्रैफिक रेगुलेट करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रत्येक स्कूल के 8वीं और 9वीं क्लास के 30 से 45 बच्चों का चयन इसके लिए किया जाएगा। इस प्रोग्रम के लिए 157 पुलिस जवानों को ट्रेनिंग दी गयी है जो बच्चों को स्कूलों में आगे इसकी ट्रैनिंग देंगे। ड्रग फ्री हिमाचल एप्प के माध्यम से पुलिस को नशे से संबंधित सूचना देने वाले का नाम, पता, स्थान का पता नहीं चल पायेगा व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रहेगी।

नशा निवारण टोल फ्री नंबर 1908 और साइबर क्राइम वेबसाइट व हेल्पलाइन नम्बर 15526 के माध्यम से नशे का कारोबार करने वालों की शिकायत लोग पुलिस को दे सकते हैं। पुलिस ने नशे के खात्मे के लिए प्रदेश में एक व्यापक अभियान छेड़ने का प्रयास किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्कुली बच्चों को नशे से दूर रहने और कानून व्यवस्था के सम्मान की शपथ भी दिलाई। मैराथन में 50 दिव्यांगों और 15 वरिष्ठ नागरिकों ने भी भाग लिया।