जिला ऊना प्रशासन ने अनूठी पहल करते हुए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ऊना में जेईई मेन्स व जेईई एडवांस की फ्री कोचिंग सुविधा शुरू की है। ऊना सुपर-50 के नाम से शुरू इस योजना का शुभारंभ बीआरसीसी भवन में ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने किया। इस योजना के लिए जिला परिषद द्वारा 20 लाख रुपये की राशि दी गई है।
वीरेंद्र कंवर ने ऊना में यह योजना सफल होने पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसे कोचिंग सेंटर खोलने का एलान किया है। वहीं ऊना में आने वाले वर्ष में जेईई के साथ-साथ मेडिकल और एनडीए की कोचिंग सुविधा उपलब्ध करवाने का दावा भी किया। ऊना सुपर-50 में चयन के लिए जिला ऊना के 6 शिक्षा ब्लॉक में प्रतियोगी परीक्षा करवाई गई थी। इस परीक्षा में जिला के सरकारी स्कूलों से 10वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों ने भाग लिया था। फ्री कोचिंग हासिल करने के लिए जिला भर से कुल 498 आवेदन आए थे, जिनमें से 438 विद्यार्थियों ने प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया।
इसी परीक्षा के आधार पर 75 विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट बनी और 50 बच्चों का चयन किया गया। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने प्रशासन की इस पहल की प्रशंसा की। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जल्द ही ऊना में इंजीनियरिंग के साथ-साथ मेडिकल और एनडीए की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाएगी।
वहीं, कंवर ने ऊना सुपर-50 के माध्यम से आईआईटी संस्थानों में प्रवेश पाने वाले सफल विद्यार्थियों को 11-11 हज़ार रुपए देने की घोषणा भी की। बता दें कि जिला प्रशासन की इस अनूठी पहल के पीछे सोच एडीसी अरिंदम चौधरी की है।
अरिंदम चौधरी ने कहा कि अक्सर मेहनती और पढ़ाई में अब्बल रहने के बाबजूद विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा इसके पीछे सबसे बड़ा कारण सुविधाओं का आभाव ही माना जा सकता है। इसी कमी को दूर करने के लिए ऊना सुपर-50 कार्यक्रम की शुरूआत की गई है।