हिमालय राज्य के पांच फिल्म मेकर्स को धर्मशाला फिल्म फेस्ट फैलोशिप के लिए चुना गया है। नवंबर में होंने वाले धर्मशाला फिल्म फेस्टिवल के फैलोशिप प्रोग्राम के लिए हिमाचल के दो, असम, मणिपुर और मेघालय के एक-एक फिल्म मेकर्स को सेलेक्ट किया गया है।
फैलोशिप प्रोग्राम के लिए शिमला के सिद्धार्थ चौहान, बिलासपुर के पीयूष कांगा, गुवाहटी के सज्जाद हुसैन, इंफाल की रेनुका सराइराम और जैनिफर दत्ता शामिल है।
शिमला के सिद्धार्थ चौहान एक स्वतंत्र फिल्ममेकर है। उन्होंने अपना फिल्मी सफर 2013 में सिक्रेट कोरीडोर पिक्चर्स प्रोडक्सन के साथ शुरू किया। जिसका लक्ष्य शिमला के लोकल टैलेंट के साथ फिल्में बनाना है। सिद्धार्थ ने Boys Don’t Wear Nailpolish!, The Infinite Space, Papa, Pashi जैसी सफल फिल्में बनाई है। जिसने देश-विदेश में नाम कमाया है।
असम के गुवाहटी से नाता रखने वाले सज्जाद हुसैन एक फिल्ममेकर है। हुसैन को फोटोग्राफी का शौक बचपन में तब पैदा हुआ जब उन्होंने अपने पिता का पुराना कैमरा खोज निकाला और उससे खासा प्रभावित हुए। हुसैन ने अनुपम खैर के इंस्टीट्यूट से एक्टर की ट्रेनिंग भी ली है। 2017 में उनकी फिल्म ' चॉइस' को मीडिया ब्लिट्ज प्राइज अवॉर्ड मिला।
इंफाल की रेनुका सराइराम फिल्ममेकिंग के साथ-साथ ग्राफिक डिजाइनर और इवैंट मैनेजर भी है। मुंबई के सोफिया कॉलेज से एडवर्टाइजिंग फिल्ड में ग्रेजुएट है। रेनुका नेचोम आर्ट फाउंडेशन से भी जुड़ी है। उनका मानना है कि इससे जुड़ने के बाद उनकी कंटेपररी एक्सप्रेसन को लेकर समझ बढ़ी है।
मेघालय की जैनिफर 2014 से फिल्ममेकिंग कर रही है। दत्ता ने 4 शॉर्ट फिल्में की है – जिसमें Open/End, Where I’m Calling From और Little Things है। Thank You For Watching दत्ता की चौथी फिल्म है जो कि फिल्म फेस्टिवल में कम्पीट करेगी। फिलहाल, दत्ता अपनी पहली फीचर फिल्म पर काम कर रही है।
हिमाचल के बिलासपुर से पीयूष कांगा एक्टर और डायरेक्टर है। उन्होंने Stuck-ed और Dost जैसा शॉर्ट फिल्में बनाई। Dost फिल्म को 2016 के धर्मशाला फिल्म फेस्ट फेस्टिवल में स्क्रीन की गई थी।
बता दें धर्मशाला फिल्म फेस्ट फेस्टिवल की शुरूआत पांच साल पहले रीतु सरीन और तेजिंग सोनम ने की थी जो देश का लीडिंग फिल्म फेस्ट फेस्टिवल बन गया है। इस साल का फिल्म फेस्ट फेस्टिवल 2 से 5 नवंबर में होने वाला है।