हिमाचल प्रदेश दंत चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला की रोगी कल्याण समिति की गवर्निंग बॉडी की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज तथा स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने की।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने वर्ष 2019-2020 के लिए चार करोड़ पांच लाख का बजट पारित किया। साथ ही उन्होंने आमजन को घरद्वार पर दन्त उपचार की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए एक डेंटल मोबाईल क्लीनिक संचालित करने की भी स्वीकृति प्रदान की। स्वास्थ्य मंत्री ने डेंटल कॉलेज के प्रशासन की लंबे समय से स्टाफ बस की मांग को भी स्वीकृति प्रदान की। इसके अलावा कंर्जवेटिव विभाग में एक माईनर ओटी एवं स्पैशल क्लिनिक की पुर्नस्थापना की भी स्वीकृति प्रदान की।
सुरेश भारद्वाज ने बैठक के दौरान बताया कि वर्ष 2007 के बाद यह पहला अवसर है कि प्रदेश सरकार द्वारा डेंटल कॉलेज के लिए बजट में एक करोड़ रुपए की राशि मशीनरी और अन्य उपकरणों को खरीदने के लिए स्वीकृत की गई है। यह राशि दंत चिकित्सा के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली विविध प्रकार की सामग्री के क्रय करने पर खर्च की जाएगी, जिससे प्रदेश की जनता को गुणात्मक दंत चिकित्सा की सुविधाएं प्राप्त होंगी। इसके अतिरिक्त 50 लाख रूपए की अतिरिक्त राशि डैंटल मैटिरियल के लिए भी प्रदान की गई।