देश की पहली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। पूरे देश में अलग-अलग तबके के लोग काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जोरदार बहुमत के साथ आई सरकार उनके लिए कुछ न कुछ जरूर लाएंगी। नौकरी पेशा करने वाले लोग टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। किसान, युवा, व्यापार सभी की नजरें बजट पर होंगी।
बजट में राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ आर्थिक वृद्धि और रोज़गार बढ़ाने पर सरकार का जोर रह सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिए आयकर के मोर्चे पर टैक्स स्लैब मे बदलाव की उम्मीद भी की जा रही है। वित्त मंत्री सुबह 11 बजे बजट पेश करेंगी। इससे पहले वो सुबह 9:15 बजे राष्ट्रपति से मिलेंगी और उन्हें इस बारे में जानकारी देंगी। इसके बाद वो कैबिनेट की बैठक में शामिल होंगी और फिर संसद में बजट पेश करेंगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि बजट में इस बार ख़र्च, खपत में इज़ाफ़े के लिए टैक्स कटौती हो, अर्थव्यवस्था में नक़दी बढ़ाने के क़दम उठाए जाएं। फिलहाल हमारी विकास दर 7 फीसदी की है और 5 ट्रिलियन का लक्ष्य हासिल करने के लिए इसे 8 फीसदी की रफ्तार तक ले जाना होगा। इसके लिए निवेश काफ़ी बढ़ाना होगा और वित्तीय घाटे को भी नियंत्रण में रखना होगा जो फिलहाल 5.8 फ़ीसदी है। बजट से पहले आया आर्थिक सर्वेक्षण बता रहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में जितनी उम्मीद है उतनी ही चुनौतियां भी हैं। सरकार ने पांच साल में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होने का जो लक्ष्य तय किया है, उसके लिए कई अहम क़दम उठाने होंगे।