जिला कांगड़ा के उपमंडल इंदौरा की पंचायत अटाहड़ा की एक महिला अपनी व्यथा लेकर एसडीएम इंदौरा गौरव महाजन के पास पहुंची। महिला ने एसडीएम को दिए शिकायतपत्र में न्याय की गुहार लगाई है। महिला ने स्थानीय पुलिस और एक डॉक्टर पर संगीन आरोप लगाए हैं, जिससे पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है।
महिला इंदु उर्फ रजनी पत्नी सतीश कुमार निवासी अटाहड़ा स्थित भंदौड़ ने बताया कि 30 जून को करतार सिंह, राकेश कुमार, राज कुमार, दर्शन ने उसके पति पर जानलेवा हमला करते हुए उन्हें जान से मारने का प्रयास किया। लेकिन, उसका पति बच गया और उनके कथित हमले में उसके पति की टांग टूट गई और अन्य गंभीर चोटें आईं। महिला के अनुसार उक्त आरोपियों ने पहले भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी, जिस पर आरोपी ने उनसे लिखित माफीनामा दिया था। महिला ने बताया कि उक्त हमलावरों ने कस्सी और बैंबू स्टिक से उसके पति को मारने का प्रयास किया।
महिला के साथ क्षेत्र की महिला मंडल सदस्यों ने एसडीएम इंदौरा को दिए शिकायतपत्र में आरोप लगाया कि पुलिस इतने बड़े मामले को साधारण लड़ाई – झगड़े की धाराएं लगाकर उनके केस को साधारण बनाने का प्रयास कर रही है और प्राथमिकी में हड्डी टूटने की धारा तक को जोड़ा नहीं गया है, जो कि संदेहात्मक है। महिला ने मामले में हत्या का प्रयास किए जाने की धारा प्राथमिकी में शामिल कर कारवाई करने की मांग की। वहीं महिला ने चिकित्सकीय जांच कर रहे डॉक्टर पर भी आरोपियों से कथित मिली भगत का आरोप अपने उक्त शिकायतपत्र में लगाया है।
पीड़िता के अनुसार एक्सरे रिपोर्ट को हड्डी रोग विशेषज्ञ अथवा रेडियोलॉजिस्ट लिखता है। जबकि उसके पति की एक्सरे रिपोर्ट एक एमबीबीएस लिख रहा है जो बिल्कुल गलत है। महिला ने बताया कि उसके पति का एक्सरे नूरपुर हुआ जबकि रिपोर्ट गंगथ का चिकित्सक लिख रहा है। उसने कहा कि यदि नूरपुर में रेडियोलॉजिस्ट नहीं था तो रिपोर्ट के लिए टांडा क्यों रैफर नहीं किया गया। महिला ने आरोप में साफ साफ कहा कि ऐसे डॉक्टर पैसों की खातिर किसी की भी जिंदगी से खिलवाड़ कर करते हैं। महिला ने उसके मुकदमे में सही छानबीन करने की गुहार लगाई है।
एसडीएम ने बताया कि उन्होंने महिला के मामले में न्यायोचित कारवाई हेतु शिकायतपत्र एसडीपीओ नूरपुर को प्रेषित कर दिया है। महिला से पूरा न्याय किया जाएगा। वहीं, एसएसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने कहा कि महिला ने मुझसे बात की है मैं स्वयं इस मामले को एग्ज़ामिन करूंगा।