लंबे रूटों पर चलने वाली वोल्वो बसों के यात्रियों के लैपटॉप चुराने वाले गिरोह का उत्तराखंड पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। देहरादून से हिमाचल के पांवटा साहिब पहुंची विशेष टीम ने पांच आरोपियों को दबोचा। इनसे करीब 20 लाख रुपये की कीमत के लैपटॉप भी बरामद हुए हैं।
शातिर चोरी के बाद लैपटॉप से डाटा तक गायब कर उसका सीरियल नंबर तक हटा देते थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस अंतरराज्यीय गिरोह का नेटवर्क देहरादून, दिल्ली, पांवटा, जयपुर और आगरा तक फैला हुआ है। गिरोह के सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें पांच हिमाचल के पांवटा क्षेत्र में छिपे हुए थे। गिरोह से 43 लैपटॉप भी बरामद हुए हैं। गिरोह से बरामद लैपटॉप, देहरादून, जयपुर व आगरा रूटों से चुराए गए हैं। बरामद लैपटॉप में से 2 देहरादून की घटना से जुड़े हैं। देहरादून से दिल्ली रूट पर लैपटॉप चोरी गैंग सबसे ज्यादा वारदातों को अंजाम देते थे।
पुलिस ने ऐसे किया गिरोह का भंडाफोड़
उधर, देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि गैंग को दबोचने के लिए आईएसबीटी समेत कई क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज के साक्ष्यों को एकत्र किया गया था। तीन जुलाई को आईएसबीटी के पास से 2 युवकों को पकड़कर चुराए गए 4 लैपटॉप बरामद किए। इनसे पूछताछ में पता चला कि गिरोह के 5 साथी हिमाचल के पांवटा साहिब में हैं।
इसके बाद पटेलनगर के कोतवाल सूर्यभूषण नेगी की टीम ने दोनों आरोपियों को साथ लेकर पांवटा साहिब क्षेत्र से 5 आरोपियों को भी दबोचा। इनसे 39 लैपटॉप बरामद हुए हैं। एसएसपी ने बताया कि अमरोहा का राजेंद्र गिरोह का सरगना है।