आतंकी बुरहान वानी की तीसरी बरसी पर अलगाववादियों ने कश्मीर में बंद बुलाया है। इसके मद्देनजर पूरे घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बीच एहतियात के तौर पर अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है, यानी जो श्रद्धालु जहां हैं, उन्हें वहीं रोक दिया गया है। अब माना जा रहा है कि मंगलवार को यात्रा फिर से शुरू हो सकती है।
अमरनाथ यात्रा स्थगित करने का फैसला पुलिस और प्रशासन ने सोमवार रात को लिया। एक जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा को आज पहली बार यात्रा को स्थगित किया गया है। इस कारण यात्री निवास में चार हजार से अधिक श्रद्धालु डेरा डाले हुए हैं। पिछले साल भी बुरहान वानी की बरसी पर यात्रा को स्थगित किया गया था। 45 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई है। यह 15 अगस्त तक चलेगी. यात्रा शुरू होने के बाद अभी तक लगभग 90 हजार लोगों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं।
गौरतलब है कि बुरहान दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आठ जुलाई 2016 को मारा गया था। बुरहान की मौत के बाद घाटी भर में व्यापक प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में चार माह से अधिक समय में 85 लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि ऐहतियात के तौर पर दक्षिण कश्मीर के चार जिलों अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।