रविवार सुजानपुर के ग्राम पंचायत पटलांदर के सरकारी स्कूल में प्रदेश सरकार द्वारा जनमंच कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां पर कई पंचायतों के लोगों की समस्याओं का हाथों हाथ निदान किया गया। रविवार जनमंच कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष 102 शिकायतें आई जिसमें से अधिकांश समस्याओं का निदान जनमंच स्थल पर हाथों-हाथ कर दिया गया और कुछ समस्याओं के निदान के आदेश प्रशासनिक अधिकारियों को दिए गए। लेकिन यहां के स्थानीय विधायक को लोगों की समस्याओं के निदान होने पर भी पीड़ा हो रही है। विधायक को अपने आंकड़ों पर ध्यान देना चाहिए गलत आंकड़ों को जनता के समक्ष न रखें ।
विधायक अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए जनमंच कार्यक्रम पर आरोप लगा रहे हैं। जिन समस्याओं का निदान जनमंच कार्यक्रम में सरकार और प्रशासन द्वारा किया गया यह सभी कार्य करने की जिम्मेवारी विधायक की बनती थी। परंतु सुजानपुर विधायक को काम न करने की वजाय कार्यों में अड़चन पैदा कैसे की जाए उसी तरफ अपना पूरा समय लगाते हैं। विधायक को समझना होगा कि अब लोग उनकी षडयंत्र और भ्रमित करने वाली राजनीति में फंसने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को को समझना होगा कि अगर वह अपने क्षेत्र की समस्याओं का निदान सही समय पर करते तो शायद जनमंच में एक भी शिकायत न आती। आज कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हालत जनमंच को लेकर इस तरह से हो गई है जैसे "खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे " अर्थात कोई कार्य न करो और होते हुए कार्यों में अड़चन पैदा करो।