चाइल्ड लाइन 1098 बच्चों पर हो रहे अत्याचार से मुक्त करने वरदान साबित हो रही है। मंगलवार को चाइल्ड लाइन की मदद से अम्ब में एक कन्फेक्शनरी की दुकान में 14 साल से कम उम्र के काम कर रहे दो प्रवासी बच्चों को लेबर इंस्पेक्टर और पुलिस की मदद से आजाद करवाया। इन बच्चों से दुकान में बाल मज़दूरी के तौर पर काम लिया जा रहा था। इसी बीच किसी ने इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन नम्बर 1098 पर की।
जिस पर चाइल्ड लाइन ऊना की टीम से कोडिनेटर कृति भारद्वाज, वरदान, सौरव कौशल, मोहित की टीम अम्ब में कन्फेक्शनरी की दुकान पर पहुंची। जब दुकानदार से श्रम नियमों की हो रही अवहेलना के बारे में पूछा गया तो वह जवाब नहीं दे पाया। इस दौरान लेबर इंस्पेक्टर आरएस दठवालिया और अंब पुलिस के जांच अधिकारी आईओ जसवीर भी मौजूद रहे।
दोनों बच्चे झारखंड़ के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जो कि अब चाइल्ड लाइन की देखरेख में सुरक्षित हैं। दोनों का ऊना अस्पताल में मेडिकल भी करवाया गया है। चाइल्ड लाइन ऊना की कोडिनेटर कृति भारद्वाज ने कहा कि कोई भी बच्चों पर हो रहे अत्याचार से मुक्त करवाने के लिए चाइल्ड लाइन की मदद ले सकता है।