प्रदेश सरकार मरीजों को जो सुविधा नहीं दे पाई वह सुविधा अब जोनल अस्पताल मंडी में 35 साल के युवा डॉ. उदय भानु राणा उपल्बध करवा रहे हैं। डॉ. उदय भानू ने अपनी जेब से 12 लाख खर्च कर लैपरोस्कोपिक उपकरण खरीदा है जिससे महिलाओं के गर्भाशय का ऑपरेशन दूरबीन तकनीक से किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने प्रदेश में पहली बार दो महिलाओं की सफल सर्जरी करके इतिहास रच दिया। बताया गया कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार लैप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी की गई। इस ऑपरेशन की खास बात यह है कि मरीज 20 दिनों में सामान्य हो जाता है। हालांकि उन्होंने पहले इस उपकरण को खरीदने के लिए सरकार से मांग की थी लेकिन अभी तक सरकार द्वारा उन्हें यह उपकरण उपलब्ध नहीं करवाया गया।
वहीं, दूरबीन तकनीक से गर्भाश्य आपरेशन करने वाला जोनल अस्पताल मंडी प्रदेश का पहला सरकारी जोनल अस्पताल बन गया है। बता दें कि निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन का खर्चा करीब दो लाख रुपए तक रहता है, जबकि स्वास्थ्य कार्ड धारक मरीजों को यह सुविधा बिलकुल फ्री मिल रही है। यही नहीं, डॉ. उदय भानु राणा ने खुद करीब तीन लाख रुपए खर्च कर दूरबीन तकनीक से ऑपरेशन करने के लिए ट्रेनिंग तक की, जिसे डाक्टरी भाषा में लैपरोस्कोपी मिमिमल इनवेसिव सर्जरी कहते हैं।
जोनल अस्पताल मंडी में ही तैनात सीनियर कंस्लटेंट डॉ. संदीप राठौर ने भी अपने खर्च पर यह ट्रेनिंग की थी और अपनी जेब से करीब तीन लाख रुपए खर्च कर कमला नेहरू अस्पताल में दूरबीन तकनीक से आपरेशन करने के लिए उपकरण खरीदे थे। अब डॉ. संदीप राठौर और डॉ. उदय भानु मिलकर दूरबीन तकनीक से जोनल अस्पताल मंडी में आपरेशन कर रहे हैं।