ऊना में बढ़ रहे अवैध खनन के मामलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री और सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कड़े तेवर अपना लिए है। वीरवार को विश्राम गृह ऊना में आपसी बैठक के दौरान दोनों विधायकों ने खनन के विरूद्ध संघर्ष का ऐलान कर दिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर खनन माफिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि खनन में बीजेपी के लोग शामिल हैं यहां तक की सीएम का नाम भी इसमें प्रयोग किया जा रहा है। कुछ बीजेपी नेता खुलेआम इस अवैध काम में अपनी जेबें भर रहे हैं। मुकेश ने कहा कि अब ये सब बर्दाश्त से बाहर है। जनता परेशान है। कांग्रेस अवैध खनन पर हल्ला बोलेगी। सदर के विधायक सपताल सिंह रायजादा के साथ इस मामले को लेकर चर्चा हुई है और जल्द मिनी सचिवालय में हल्ला बोला जाएगा।
वहीं उन्होंने जिला पुलिस को मोहलत दी है कि यदि जल्द अवैध खनन के विरूद्ध फिल्ड में उतरकर कार्रवाई न की गई, तो आने वाले दिनों में मिनी सचिवालय का घेराव किया जाएगा और एसपी ऊना का पुतला भी फूंका जाएगा। नेता विपक्ष ने कहा कि जिला में खुलेआम मशीनरी से खनन हो रहा है। इस पर मीडिया में आवाज उठ रही है। जनता परेशान है। लोग शिकायत दे रहे हैं। जनप्रतिनिधि अधिकारियों तक मामले पहुंचा रहे है, लेकिन पुलिस प्रशासन ऐसा निकम्मा हो गया है कि राजनैतिक नेताओं के इशारे पर आंखे मूंद कर बैठा हुआ है।
मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि पहली बार जिला में ऐसे एसपी देखने को मिल रहे हैं, जिन्हें जिला में अवैध खनन दिख ही नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि खनन हो लेकिन नियमों के तहत, क्योंकि निर्माण कार्य के लिए सामग्री की आवश्यकता रहती है। कांग्रेस कार्यकाल में बीजेपी के नेता माफिया पर हाय तोब्बा मचाकर प्रदर्शन करते थे। वीरभद्र सरकार के समय में अवैध खनन, डंप, ओवरलोडिंग, मशीनी खनन पर कड़ी कार्रवाई की जाती थी और अधिकारी नुक्सान होने पर नोटिस जारी करते थे। कभी भी कांग्रेस ने अवैध खनन को प्रोत्साहन नहीं दिया। लेकिन वर्तमान जयराम सरकार अवैध खनन को बढ़ावा दे रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और बीजेपी के नेता नौकरियों का प्रबंध कर नहीं पा रहे हैं। लेकिन युवाओं को खनन की ओर से धकेला जा रहा है, जो कि सही नहीं है। बीजेपी नेता जिस प्रकार युवा पीढ़ी को अवैध खनन के कारोबार में झोंक रहे हैं, उससे बीजेपी का भला नहीं होगा।
स्वां के नुक्सान पर क्यों चुप अधिकारी
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 922 करोड़ का स्वां तटीयकरण कार्य चल रहा है। जिला के अनेक स्थानों पर इस तटीयकरण कार्य को खनन के चलते नुक्सान हो रहा है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि स्वां प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने आंखे मूंद ली है और फिल्ड में नुक्सान का कोई आकंलन हो रहा है। न ही किसी को नोटिस जारी किया गया है। मुकेश ने कहा कि पंजाब के क्षेत्र में पुलिस के साथ जो धमकाने की कार्रवाई हुई है, उसकी हम निंदा करते है। इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इस मसले पर भी न तो पुलिस प्रशासन और न ही प्रदेश सरकार कोई कार्रवाई कर पाई है।
अग्निहोत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि बाथड़ी से लेकर गगरेट तक 150 डंप है। सैंकड़ो मशीने लगी हुई हैं। टिप्पर ओवर लोड तो हो ही रहे हैं, लेकिन 20 टायरी घोड़े एक ट्राले में लाखों की खनन सामग्री ले जा रहे हैं। इस ओर पुलिस का ध्यान नहीं गया और पंजाब में निकल गए। उन्होंने कहा कि डीसी संदीप कुमार हरोली-रामपुर पुल पर गए, उन्हें डंप नहीं दिखे। डीएसपी और एसडीएम रोजाना इसी पुल से होकर हरोली नौकरी करने जाते है, क्या उन्हें पुल के साथ लगे डंप नजर नहीं आते है।