बरसात के मौसम को देखते हुए कुल्लू जिला में रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों पर 15 सितंबर तक पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिला पर्यटन विकास अधिकारी बीसी नेगी ने बताया कि इस मौसम में ब्यास नदी का जलस्तर काफी बढ़ जाता है और इसमें रिवर राफ्टिंग व अन्य साहसिक गतिविधियां खतरे से खाली नहीं होती है।
उन्होंने बताया कि बरसात में कुल्लू घाटी में पैराग्लाइडिंग भी काफी खतरनाक हो सकती है। इसलिए हर साल कुल्लू जिला में 15 जुलाई से 15 सितंबर तक इन साहसिक गतिविधियों पर पूर्णतयः रोक लगा दी जाती है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी ने रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग आपरेटरों से इन आदेशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित करने और 15 सितंबर तक इन साहसिक गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।