कहते हैं घर की मुर्गी दाल बराबर… यह कहावत जयसिंहपुर में पुरी तरह सही बैठती है। कहने को तो जयसिंहपुर को उपमंडल का दर्जा मिला हुआ है लेकिन सुविधाएं यहां केवल नाम मात्र हैं। क्षेत्र के लोग बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए पालमपुर जैसे शहरों का रुख कर रहे हैं तो वहीं स्वास्थ्य सेवाओं के सम्बंध में भी लोगों को बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है।
ऐसे में अब जब बरसात का मौसम है तो सडकें कई जगह नालों का रूप ले चुकी हैं। बरसात के इस मौसम में सड़कों की हालत दयनीय हो चुकी है। लोक निर्माण विभाग द्वारा सडकों का सही से रख रखाव न होने के कारण क्षेत्र की सडकें नालों में तबदील हो रही हैं। मौसम की पहली बरसात ने लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खोल कर रख दी है।
करीब एक घंटा हुई बरसात से जयसिंहपुर की सडकों ने कहीं नाले तो कहीं तालाब का रूप धारण कर लिया। इस दौरान उक्त सडकों से गुजरने वाले राहगीरों के लिए स्थिती और भी विकट हो जाती है जब गुजरने वाले वाहनों से उछलते पानी और कीचड़ से उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। इसी कारण आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं दूसरी और बैंक-एटीएम के पास पानी जमा होने से लेनदेन करने आने वालों में खासकर बुजुर्गो को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इस दौरान सड़क पर पानी होने के कारण राहगीर हाथ में जूते चप्पल उठाकर नंगे पांव जाते देखे गए।