हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को चुस्त-दुरुस्त करने के कई तरह के दावे किए जाते रहे हैं। लेकिन इन दिनों हिमाचल प्रदेश में अगर आपको कुत्ता काट लेगा तो उसका एंटी रैबीज इंजेक्शन न तो सरकार के पास है और न ही यह में उपलब्ध हो पा रहा है। इस इंजेक्शन का सरकार की तरफ से मुफ्त मुहैया करवाया जाता है। लेकिन इन दिनों प्रदेश के अस्पतालों से एंटी रेबीज का इंजेक्शन पूरी तरह गायब हो चुका है। ऐसे में अगर किसी को कुत्ता काट लेता है तो उसे ट्रीटमें करवाने में खीसी दिक्कत आ रही है। और इंजेक्शन न होने के चलते लोगों का इलाज भी ढंग से नहीं हो पा रहा है।
इसको लेकर हिमाचल प्रदेश के सभी अस्पतालों में एक जैसी ही स्थिति है। और मरीज कुत्ता काटने पर जब अस्पताल में इंजेक्शन लेने आ रहे हैं तो उन्हें मायूसी नजर मिल रही है। वहीं इंजेक्शन निजी दुकानों पर भी नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते भारी मुसीबत का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो पहले से ही इंजेक्शन लगवा रहे थे उनको अब यह इंजेक्शन जब न अस्पताल में और न बाहर मिल रहा है तो उनकी इंजेक्शन लगाने की उनकी जो चेन है वह पूरी तरह खराब हो रही है।
वहीं, इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार का कहना है कि प्रदेश के अस्पतालों में रेबीज के इंजेक्शन की कमी चल रही है इसकी जानकारी अभी उनके पास नहीं है। अगर ऐसी कोई समस्या है तो वह उसे जल्द हल करेंगे। उन्होंने बताया की हमीरपुर के साथ-साथ सभी जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को यह निर्देश दे दिए हैं कि अस्पताल में किसी भी तरह की कोई कमी न हो इसका ध्यान रखें।