हिमाचल के दुर्गम क्षेत्रों में अब भी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। हालात ऐसे हैं कि यदि गांव में बिजली गुल हो जाए, तो लोगों को खुद ही विभाग के साथ मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला सोलन उपमंडल राजगढ़ से सामने आया है। जहां ग्रामीणों को बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ खड़ी चढ़ाई में करीब 4 क्विंटल वज़न का ट्रांसफार्मर ढोना पड़ा।
शिलांजी और राणाघाट पंचायतों में बंटा टीरटेलटू गांव के ग्रामीणों को बारिश के बीच में ही फिसलन भरी पगडंडियों पर करीब 4 किलोमीटर ट्रांसफार्मर को कंधों पर उठाकर गंतव्य तक पहुंचाया। गांव के लिए आज तक सड़क की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।
ग्रामीणों के इस साहस का वीडियो स्थानीय युवक ने बनाते हुए सरकार के दावों की पोल खोली है। युवक ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस वीडियो को देखकर खुद इस बात का अंदाजा लगाएं के हालात किस तरह के हैं। युवक ने आरोप लगाया कि आजादी के 70 साल बीत जाने के बावजूद भी आज तक गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
बता दें कि जिस चोटी पर यह गांव बसा हुआ है, वहां पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं। युवक का कहना था कि ट्रांसफार्मर को ढोने के दौरान खतरनाक पगडंडियां जोखिमपूर्ण भी थी। अगर रास्ते में किसी भी एक व्यक्ति का संतुलन बिगड़ता तो कोई अनहोनी हो सकती थी।