सत्ता किसके हाथ में है । इसका अंतर समझने के लिए बहुत सी चीजें महत्वपूर्ण होती हैं। उन्हीं में से एक है सड़क व्यवस्था। हमीरपुर से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल सड़कों वाले मुख्यमंत्री के रूप में पूरे प्रदेश में जाने जाते हैं। 10 साल का उनका बतौर मुख्यमंत्री कार्यकाल रहा तो हमीरपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में ना सिर्फ सड़कों का जाल बिछा। बल्कि सड़कें की लंबे समय तक चकाचक नजर आती रहीं । लेकिन अब समय बदल गया है, सत्ता बदल गयी है और इसके साथ ही जिस मुख्यमंत्री के रहते पूरे प्रदेश की सड़कें चकाचक हुआ करती थी । आज हमीरपुर से समीरपुर तक जाने वाली सड़क खुद अपनी कहानी बयां कर रही है।
जगह-जगह सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे देखने को मिल जाएंगे। बारिश का पानी भी खड़ा मिल जाएगा और कहीं-कहीं सड़कों के किनारे कटिंग हुई है लेकिन उसके बाद कोई भी काम नहीं हुआ । इस तरह के स्पाटस भी आसानी से देखने को मिल जाएंगे।
सत्ता के साथ कितना समय बदल जाता है इसका दूरा दूसरा उदाहरण सिराज है। सिराज में जब जयराम ठाकुर के घर की तरफ सड़क मिलती है तो सड़क खुद ही सारी कहानी बयां कर देती है कि यह सड़क यहां से मौजूदा मुख्यमंत्री के घर की तरफ जा रही है। काली सड़कें और जबरदस्त रिंग का काम पूरे इलाके में इन दिनों देखने को मिल रहा है।
वहीं, इसके विपरित हमीरपुर से टोनी देवी वाली सड़क पर स्थानीय लोग भी खासे परेशान नजर आते हैं और लोगों का कहना है कि उन्होंने बदलते समय को समझा तो जरूर लेकिन कुछ देरी के बाद स्थानीय लोग जिनमें प्रधान, पूर्व प्रधान, बीडीसी जिस से आते हैं। कहते हैं कि हमीरपुर से समीरपुर तक की सड़क जो प्रेम कुमार धूमल के घर से होकर जाती थी। उस सड़क पर गड्ढों का नामोनिशान नहीं हुआ करता था। लेकिन बदलते समय ने अब स्थितियां बदल गई हैं और यहां पर सड़कों पर ना सिर्फ जगह-जगह गड्ढे हैं । बल्कि सड़कों के दोनों तरफ अतिक्रमण भी बड़े स्तर पर होता नजर आ रहा है। वहीं, अधिकारी-कर्मचारी मूकदर्शक बनकर बैठे रहते हैं।