सुंदरनगर में लंबे रूटों पर एचआरटीसी बसों को बिना फिटनेस के भेजे जाने का खमियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला गत रोज भी सामने आया जब मनाली से चंडीगढ़ जाने वाली बस (HP-63-7522) कीरतपुर से 10 किलोमीटर पीछे पंजाब-हिमाचल बॉर्डर पर खराब हो गई। जिससे उसमे बैठी 34 स्वारियां को भारी परेशानी झेलनी पड़ी और तकरीबन 2 घंटे सड़क पर ही गुजारने पड़े।
सवारियों ने परिवहन, मंत्री एचआरटीसी कंप्लेंट सेल, डीएम, आरएम और अड्डा इंचार्ज कुल्लू ड़िपो को फोन पर सम्पर्क कर वैकल्पिक व्यवस्था करने और गन्तव्य पर भेजने की मांग की है। लेकिन, बार-बार मांग के बावजूद ना तो बस भेजने की व्यवस्था की गई ना ही किराया लौटाया गया। जिस पर सवारियों ने अपने स्तर पर कीरतपुर से 3 वाहन मंगवाए और चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए।
सेंसर खराबी के बावजूद भेजी गई थी वॉल्वो
प्रतिदिन अप -डाऊन के चलते एचआरटीसी प्रबन्धन बसों की उचित मरम्मत नहीं करवा पा रहा है। मनाली से रवाना हुई बस के ब्रेक और एक्सीलेटर के सेंसर उचित काम नहीं कर रहे थे। बावजूद इसके बस को मनाली से चंडीगढ़ रुट पर भेज दिया गया। जिस पर चालक ने बस को सुंदरनगर बस अड्डे पर जांच हेतू लाया। लेकिन, समस्या का समाधान ना होने के बावजूद उसे फिर से बस को बिना मरम्मत आगे ले जाना पड़ा। इसके बाद बस कीरतपुर जा कर खराब हो गई जिस पर चालक ने अपने स्तर पर इसे रिपेयर करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा ना हुआ।