31वीं राष्ट्रीय सीनियर कोर्फबॉल प्रतियोगिता मध्यप्रदेश राज्य के एलएनटीसी विश्वविद्यालय रायसेरी भोपाल में खेली गई। चार दिवसीय प्रतियोगिता का फाइनल मैच चिर प्रतिद्वंदी हिमाचल प्रदेश व हरियाणा राज्य के खिलाड़ियों के बीच खेला गया। इसमें हिमाचल ने हरियाणा के खिलाड़ियों को हराकर प्रतियोगिता को अपने नाम किया। हिमाचल की टीम ने गोल्ड गोल से हरियाणा को 12-11 गोल से पराजित किया।
सोमवार को दोपहर खेले गए फाइनल मैच में हिमाचल ने पहले टॉस जीतकर शुरू से ही अच्छे खेल का प्रदर्शन किया। 25-25 मिनट के खेल में दोनों टीमें 10-10 गोल से बराबर रहीं। मैच टाई होने पर दोनों टीमों को पांच-पांच मिनट का समय दिया गया। मैच फिर से 11-11 गोल से टाई हुआ। इससे पहले पश्चिमी बंगाल ने तेलंगाना और महाराष्ट्र की टीम ने उत्तरप्रदेश की टीम को हराकर फाइनल में स्थान पक्का किया। सेमीफाइनल मैच के पहले मुकाबले में हिमाचल प्रदेश की टीम ने पश्चिमी बंगाल की टीम को 13 के मुकाबले तीन गोल से पराजित कर फाइनल में जगह बनाई।
दूसरा सेमीफाइनल मैच हरियाणा और महाराष्ट्र की टीम के बीच खेला गया। इस मैच में हरियाणा के खिलाड़ियों ने एक गोल के अंतर 9-8 से पराजित किया। वर्ष 2018 की राष्ट्रीय सीनियर प्रतियोगिता में विजेता रही हरियाणा और उपविजेता हिमाचल प्रदेश की टीम एक बार फिर से फाइनल मैच में आमने सामने हुई तो सभी राज्यों के खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। एक घंटे तक चले फाइनल मैच हिमाचल ने हरियाणा को हराकर चार साल बाद सीनियर राष्ट्रीय कोर्फबॉल प्रतियोगिता पर कब्जा जमाया। प्रतियोगिता में हिमाचल के कप्तान विशाल शर्मा, हरियाणा के रजत को बेस्ट शूटर जबकि हिमाचल प्रदेश के विनोद कुमार को बेस्ट रेफरी का पुरस्कार दिया गया।
हिमाचल प्रदेश टीम के कोच एवं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सरकाघाट के शारीरिक शिक्षक देवदत्त प्रेमी, टीम के मैनेजर एवं राजकीय माध्यमिक पाठशाला खतरवाड़ के टीजीटी आर्ट्स पवन रांगड़ा, महिला विग सुनीता देवी, रेफरी विनोद कुमार का कहना है कि हिमाचल प्रदेश की टीम ने एक के बाद एक मैच में अच्छा प्रदर्शन करके अपनी खेल प्रतिभा दिखाई। अखिल भारतीय कोर्फबॉल फेडरेशन के उपाध्यक्ष एवं प्रदेश महासचिव बीआर सुमन ने बताया कि राष्ट्रीय कोर्फबॉल प्रतियोगिता में 23 राज्यों के 523 खिलाड़ी और अधिकारियों ने भाग लिया।