प्रदेश सरकार पर्यटकों को लुभाने के लिए आगामी दिनों में कई जगहों पर 'लाइट-शो' करवा सकती है। ये जानकारी देते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इस लाइट-शो के जरिये पूरी फिल्म की तरह हिमाचल की संस्कृति और पुराने रीति रिवाजों के दर्शाया जाएगा। हिमालय के मिथकों और किवदंतियों को दर्शाने के भी प्रयास किये जाने चाहिए। ये पर्यटकों के लिए बड़ा मनोरंजक होगा क्योंकि इससे ऐसा लगेगा कि पहाड़ जीवंत हो उठे हैं और वे दर्शकों से स्वयं बाते कर रहे हैं।
इस कड़ी में आज यहां आज यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित अभिनेता, निर्माता एवं मीडिया उद्यमी दीपा साही द्वारा दी गई प्रस्तुति के दौरान मुख्यमंत्री ने यह बात कही। वह माया नगरी वर्डवन कम्पनी की चेयरपर्सन हैं। इस कम्पनी द्वारा गोबिन्दगढ़ किले को एक उच्च स्तरीय सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए पहल की है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कंप्यूटर निर्मित दृश्य, डिजिटल विजुअल इफेक्ट्स, लाइव शूटिंग, पेंटिंग और लेजर लाइट और साउंड के माध्यम से बनाए गए एपिक शो एक भव्य एवं प्रभावशाली दृश्य प्रस्तुत करेंगे। पर्यटकों को हाइड्रॉलिक मूविंग प्लेटफॉर्म की सहायता से 3 डी के माध्यम से रोमांचकारी साहसिक खेलों के 7-डी जैसा प्रभाव प्रदान किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू के पास मोहाल नेचर पार्क, मनाली के निकट बड़ागाह और शिमला रिपोर्टिंग रूम जैसे कुछ स्थान हैं, जहां इस तरह के शो आयोजित किए जा सकते हैं। राज्य सरकार शिमला के भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में भी ऐसी गतिविधियां आयोजित करने के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से मामला उठा सकती है।