बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के विकास में सबसे बड़ी बाधा कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनावों में मिली हार से अभी ऊबर नहीं पाई है। इसलिए कांग्रेस नेता जनता का ध्यान बंटाने के लिए ऊल जलूल ब्यानबाजी करते रहते हैं। सत्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने मात्र डेढ़ साल में जन हितैषी निर्णय व योजनाएं चलाकर प्रदेश की जनता का दिल जीत लिया है जिसे कांग्रेसी नेता पचा नहीं पा रहे हैं।
उन्होनें कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कानून व्यवस्था की बात करते हैं जबकि सच्चाई यह है कि कानून व्यवस्था का सबसे बुरा दौर कांग्रेस की पिछली सरकार के दौरान था जब प्रदेश गुडि़या कांड जैसे घिनौने अपराध से शर्मसार हुआ था। वर्तमान भाजपा सरकार ने बढ़ते नशे के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए कानून को और सख्त किया है। अब यदि किसी भी व्यक्ति के पास नशे की छोटी सी मात्रा भी बरामद होती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाती है।
सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जब भी प्रदेश में विकास की किसी भी नई परियोजना की प्रक्रिया आरंभ होती है तो कांग्रेसी नेता सार्थक सहयोग के बजाए धारा 118 के दुरूपयोग व जमीन बेचने जैसे रटे-रटाये आरोप लगाकर निवेशकों को हतोत्साहित करने का कार्य करते हैं जिससे निवेशक प्रदेश में अपना धन लगाने से कतराते हैं। यही कारण है कि आधारभूत संरचनाओं के विकास में हिमाचल प्रदेश देश के अन्य राज्यों से पिछड़ रहा है। कांग्रेस के इस रवैये के बावजूद बीजेपी प्रदेश में विकास की गति को धीमा नहीं होने देगी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह कांग्रेस पार्टी की ही सरकारें थी जिसने पांच बार धारा 118 में परिवर्तन करके प्रदेश की अमूल्य संपति को अपने चहेतो में बांट दिया था। कांग्रेस के नेताओं ने गत धूमल सरकार पर भी प्रदेश की जमीन बेचने के आरोप लगाए थे परन्तु बाद में जांच में यह साफ हो गया था कि उस दौरान एक इंच भी सरकारी भूमि नहीं बेची गई थी। आज भी कांग्रेसी नेता उसी तर्ज पर षडयंत्र रच रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से पूछा कि वह बताएं कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार का दिया गया औद्योगिक पैकेज किसने वापिस किया तथा 2013 में समाप्त होने वाला पैकेज क्यों 2007 में ही केन्द्र की कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने खत्म कर दिया गया था तथा उनकी तत्कालीन सरकार ने प्रदेश में उद्योग लाने व औद्योगिक पैकेज की बहाली के लिए क्या प्रयास किए ?
उन्होनें कांग्रेस अध्यक्ष को सलाह देते हुए कहा कि पहले तथ्य जुटा लें उसके बाद ही कोई बयानबाजी करें। उन्हें अभी भी समझ नहीं आ रहा है कि प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 68 विधान सभा क्षेत्रों में कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर कांग्रेस की करनी का फल उन्हें दिया है। कांग्रेस अपनी चिंता करें प्रदेश के विकास का जिम्मा और प्रदेशवासियों की समस्याओं की चिंता और प्रदेश के विकास का जिम्मा प्रदेश की जनता ने बीजेपी को दिया है और और प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में यह काम बखूबी कर रही है।