राजधानी शिमला के एक होटल व्यवसायी को पत्र लिखकर 10 करोड़ की फिरौती मांगने वाले मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस कुछ और गिरफ्तारियां भी कर सकती है। दोनों आरोपी शिमला के ही रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों की लोअर बाजार में अपनी दुकानें हैं। पुलिस को उलझाने के लिए आरोपियों ने अपना पता मुर्गा गैंग सेक्टर-22 चंडीगढ़ बताया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने अभी तक आरोपियों के नामों का खुलासा नहीं किया है।
आरोपितों ने 22 जुलाई को होटल कारोबारी को स्पीड पोस्ट के जरिए 10 करोड़ रूपये की फिरौती का पत्र भेजा था। इस पत्र को शिमला के मॉल रोड पोस्ट आफिस से दोपहर के समय पोस्ट किया गया था। शातिरों ने फिरौती की रकम देने के लिए 15 अगस्त का दिन तय किया था। कारोबारी को मिले पत्र में रकम देने की जगह फोन करके बतलाने की बात लिखी गई थी।
फिरौती की रकम न देने पर कारोबारी के बच्चों और पारिवारिक सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी गई थी। पत्र के सामने आने के बाद कारोबारी के साथ-साथ पूरा परिवार दहशत में था, वहीं, पुलिस भी इस मामले को गंभीर मानते हुए आरोपितों की तलाश में लगी थी। व्यवसायी को यह धमकी भरा पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से मॉल रोड के पोस्ट आफिस से पोस्ट किया गया था। लिहाजा मॉल रोड में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालने के साथ ही पुलिस कारोबारी की व्यक्गित डिटेल को भी आधार बनाया और तथ्य एकत्रित करने के बाद दोनों आरोपितों को काबू कर लिया।
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस मुख्यालय शिमला के उपपुलिस अधीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि कारोबारी को धमकी भरा पत्र भेजने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।