जिला कांगड़ा के पंचरुखी में आने वाले मोलीचक रेन शेल्टर का हाल इन दिनों देखने वाला है। यहां का रेन शेल्टर रिपेयरिंग के लिए उखाड़ दिया गया है। क्या भरी बरसात में रेन शेल्टर उखाड़ना तर्कसंगत है? इस बात का जबाव तो प्रशासन ही दे सकता है।
बरसात के मौसम में ही इसे रिपेयर कर दिया जाता तो महकमे की बल्ले-बल्ले होती। अगर इसे बरसात बीत जाने के बाद रिपेयर किया जाता है तो इस समय यह रेन शेल्टर के नाम पर धब्बा बनकर रह जाएगा। क्योंकि बारिश के मौसम में ही लोग रेन शेल्टर के अंदर रुकते हैं। इसके अलावा यहां सड़क का भी इतना खस्ता हाल है कि किसी भी समय कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
अक्सर ऐसा क्यों होता है कि आज का काम कल पर छोड़ दिया जाता है। क्या कभी ऐसी नीति नहीं बन सकती कि कल का काम आज ही कर लिया जाए।