प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा शुरू किये गए कार्यक्रम में सड़क, आईपीएच, बिजली संबंधी विभागों की सबसे ज्यादा शिकायतें सामने आ रही है। प्रदेश में आयोजित किये गए जनमंच कार्यक्रमों के माध्यम से अब तक कुल 32,316 समस्याएं सामने आई हैं जिसमें से 28,875 समस्याओं का निपटारा कर लिया गया है।जनमंच को लेकर किसी भी तरह की कोताही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सरकार सख़्त है। यह बात सरकार के मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने शिमला के बचत भवन में आयोजत समीक्षा बैठक के बाद कही।
बराग्टा ने कहा कि जनमंच सरकार का फ्लैगशिप कार्यक्रम बन गया है। सरकार जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से लोगों से सीधा संवाद स्थापित कर रही है। दूसरे राज्यों ने भी प्रदेश के जनमंच कार्यक्रम का अनुसरण करके इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। वहीं, जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में 57 मामलों को लेकर चर्चा हुई है जिसमें से 49 मामलों को मौके पर सुलझा लिया है। सब डिवीज़न लेवल पर भी शिकायत निवारण समिति स्थापित करने के लिए सरकार से बात की जाएगी।
शिमला में 13 जनमंच हुए जिसमें 1,569 शिकायत सामने आई जिसमें से 1507 मामलों का निपटारा कर लिया गया है। बाकी बचे मामलों का भी आज की बैठक में निपटारा कर लिया जाएगा। बैठक में की जाएगी कि जनमंच के लंबित मामलों में जिला स्तर पर क्या एक्शन लिया गया है। अगर नहीं लिया गया तो अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
जनमंच में शिमला जिला में सबसे ज्यादा 36 % शिकायतें आईपीएच विभाग की आयी है इसी तरह 28% पीडब्ल्यूडी, 22 %बिजली और 14% रेवन्यू विभाग से संबंधित शिकायतें सामने आयी है। सेब सीजन को लेकर मीटिंग में चर्चा हुई है। जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बना ली गयी है जो सीजन के दौरान लोगों की समस्याओं को लेकर एक्शन लेंगे। सभी संबंधित अधिकारियों को सड़क, बिजली, पानी और ट्रैफिक व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।