जिला कुल्लू की सैंज घाटी की शैशर कोठी के आराध्या देवता कशु नारायण लाव लश्कर के साथ 2 सप्ताह पूर्व शाही स्नान के लिए रवाना हो गए हैं। एक माह तक चलने वाले इस दौरे में देवता कशु नरायण 11 अगस्त को खीरगंगा पहुंचेंगे जहां 5000 हजार देवलू संघ कशु नारायण शाही स्नान करेंगे पिछले करीब 2 सप्ताह से जगह-जगह देवता कशु नरायण का भव्य स्वागत किया जा रहा है सैज घाटी की बनाऊगी के आराध्या देवता कशु नारायण छ: दशकों बाद खीरगंगा मैं शाही स्नान के लिए रवाना हो गए हैं सैकड़ों देऊलू और हरियानो की मौजूदगी में पूरी मणिकर्ण घाटी इन दिनों भक्तिमय हो गई है। अन्य राज्यों से यहां घूमने आए पर्यटक भी इस धार्मिक आयोजन के गवाह बने हैं।
पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल नगाड़ों और नरसिंगो के साथ यह देव यात्रा मणिकर्ण घाटी में प्रवेश हो गई है। जिससे घाटी के लोगों में खुशी का मौहाल है। देवता कशु नारायण के कारदार मोहन ,गुर संजू, पुजारी बिहारी लाल शर्मा, पालसरा उत्तमचंद, भंडारी ज्ञानचंद, कठियाला सोहनलाल और दुनी चंद एवं मनीराम ने बताया कि देवता कशु नरायण करीब छः दशकों बाद दौरे पर निकले हैं और दौरे में देवता की यात्रा रूपी घाटी शैशर रैला देवगढ़ गोही भलाण पार्वती घाटी मणिकरण वैली सहित खीरगंगा पहुंचेगी।
मान्यता यह है कि देवता का दौरा क्षेत्र में सुख समृद्धि अच्छी फसल पैदावार के लिए शुभ होता है। देव कारकंरिदों ने बताया कि इस देव यात्रा में शामिल लोगों के घर में जहां खुशहाली आती है, वहीं दुख दरिद्र से भी छुटकारा मिलता है। बहर हाल छह दशकों बाद कशु नरायण लाव लश्कर के साथ शाही स्नान के लिए रवाना हो गए हैं।