श्रावण अष्टमी मेलों के दौरान प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की है। इस बारे में जानकारी देते हुए डीसी ऊना संदीप कुमार ने बताया कि प्रशासन ने मुबारिकपुर से भरवाईं तक लगाए गए लंगरों की जांच की और जांच में पाया गया कि 6 लंगर प्रबंधक प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे थे। प्रशासन ने प्रतिबंधित प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर इन 6 लंगर प्रबंधकों पर जुर्माना लगाया है और उन्हें लंगर बंद कर वापस जाने के निर्देश दिए हैं।
डीसी ने कहा कि चिंतपूर्णी बाजार में भी पॉलीथिन और प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर कुल 29 चालान किए गए तथा 18 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रहा है। ऐसे में सभी को इसमें जिला प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। पॉलीथिन के इस्तेमाल से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, जिसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
डीसी संदीप कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन पॉलीथिन तथा प्लास्टिक के इस्तेमाल पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। और नियमों की अवहेलना पर भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एक बार फिर सभी लंगर प्रबंधकों तथा दुकानदारों से पॉलीथिन, प्लास्टिक तथा थर्मोकोल के उत्पादों का इस्तेमाल न करने की अपील की है।