आईजीएमसी में हेपेटाइटिस-सी का अब बेहतर इलाज मिलेगा। अस्पताल में मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर फॉर हेपेटाइटिस सी शुरू कर दिया गया है। ये प्रदेश का इकलौता ऐसा सेंटर होगा, जिसमें लीवर में हुए हेपेटाइटिस सी का इलाज बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। प्रदेश के मरीजों के लिए ये एक काफी अच्छी खबर है जिसमें फ्री ट्रीटमेन्ट दी जाने वाली है। प्रदेश सरकर के निर्देश के तहत ये लाभ मरीजों को आईजीएमसी प्रशासन के माध्यम से दिया जा रहा है।
प्रदेश में इस ट्रीटमेंट में लाखो का खर्चा आता है लिहाज़ा अब इस सेंटर शुरू होने से लाभ प्रदेश की जनता को मिलने वाला है। दो विभागों के तहत ये इलाज मरीजों को मिलने वाला है। इसमें ग्रेस्ट्रोएंट्रोलोजी और माइक्रोबायोलोजी विभाग काम करने वाला है। हेपेटाइटिस सी एक संक्रमित बीमारी है जो दूषित खून या फिर दूषित सूई से फैलता है।
ऐसा पहली बार है जब आईजीएमसी में हेपेटाइटिस सी की जांच और उसका इलाज मरीजों के लिए शुरू किया गया है। ये सुविधा प्रदेश के सभी आय वर्ग के लिए उपलब्ध है। प्रदेश में मरीजों के रिकॉर्ड पर गौर करें तो हर वर्ष पच्चास हेपेटाइटिस सी मरीज़ अस्पताल में इलाज करवाने आते हैं। जिसमें आठ से दस मरीजों की हालत काफी खराब रहती है।
पहले प्रदेश के किसी भी अस्पताल में ट्रीटमेंट की सुविधा नहीं थी। जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई बार मरीजों को आईजीएमसी से अन्य अस्पतालों में भी रेफर करना पड़ रहा था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और मरीजों को निःशुल्क सुविधा मिल पाएगी।
आइजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. जनकराज ने कहा कि पहले ये इलाज काफी मंहगा था लेकिन सरकार से आग्रह के बाद इसे मुफ्त कर दिया है जिससे लोगो को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा इसके इलाज में लाखों रुपए खर्च होते थे और आम आदमी के पहुंच से बाहर होता था। प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के सामने जब ये मामला लाया गया तो उन्होंने इसका इलाज बिल्कुल मुफ्त कर दिया है।