नशा माफिया खुलेआम नशा बेच युवाओ को बर्बाद करने में जुटा हुआ है। नशे की जकड़ में कॉलेज और स्कूली बच्चों सहित शादी शुदा युवा भी शामिल है। लेकिन पुलिस,ख़ुफ़िया एजेंसिया मूक दर्शक बन हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।जिससे नशा का धंधा करने वालो के हौसले बुलन्द हैं।
हालात यह हो गए है कि नशा माफिया ने काम धंधा करने वाले लोगों को भी अपना आसान शिकार बनाना शुरू कर दिया है जिससे उनके कारोबार के साथ उनके परिवार भी बर्बाद हो रहे हैं।
ऐसा ही मामला मंडी में सामने आया है जिसमे एक युवा कारोबारी को एक चिट्टा माफिया ने दोस्त बना उसे फ्री में चिट्टा चखाया और उसे जब नशे की तलब लगी तो उससे बदले में लाखो रूपए ऐठ लिए । चिट्टे के बदले माफिया ने उसके बैंक अकाऊट और दुकान की रोजाना बिक्री के पैसे भी हथिया लिए।
हालात यह हो गए कि कारोबारी को 2 माह में चिट्टा माफिया ने पूरी तरह अपनी ग्रिफत में ले उसे तकरीबन पाच लाख की चम्पप्त लगा नशेड़ी बना दिया।आखिर जब युवा कारोबारी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसका ईलाज के लिए भर्ती करवाया गया । लेकिन ठीक होने उपरांत एक बार फिर से नशा माफिया ने सम्पर्क कर उसे अपने चंगुल में फसा अपना शिकार बना डाला।हालात यह हो गई कि युवा कारोबारी को जान के लाले पड़ गए । बरहाल कारोबारी चिकित्सको की निगरानी में है।
चार से पांच हजार में बिक रहा एक ग्राम चिट्टा
चण्डीगढ़ से सप्लाई हो रहा चिट्टा अब गावों और शहरों के कोने-कोने तक पहुंच चुका है। नशा माफिया लग्जरी वाहनों में नशे के कारोबार को अंजाम दे रहा है। चार से पांच हजार में एक ग्राम चिट्टा बिक रहा है। जिसके लिए माफिया बकायदा चेक से भी भुगतान ले रहा है।