पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े के बाद लिखित परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है। जो भी पुलिस की परीक्षाएं अभी तक हो चुकी हैं और होनी हैं वे अब मान्य नहीं होंगी। इसके साथ ही ये परीक्षा अब नए सीरे से ली जाएंगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भर्ती में परीक्षा प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है और ये लिखित परीक्षा प्रक्रिया नए सीरे से होगी। इसमें अभ्यर्थियों को अलग से फ़ीस नहीं देनी होगी। जिन अभ्यर्थियों ने ग्राउंड क्लीयर किया है उनका दोबारा ग्राउंड नहीं होगा और सिर्फ परीक्षा की प्रक्रिया को दोबारा दोहराया जाएगा।
गेयटी थेटर में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लिखित परीक्षा से पहले ही कांगड़ा ज़िले में विशेष गुप्त सूचना मिली थी कि प्रदेश के बाहर के राज्यों के कुछ लोग अन्य लोगों के स्थान पर लिखित परीक्षा देने की योजना बना रहे हैं। इसके आधार पर परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही तीन व्यक्तियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया और दो अन्यों को परीक्षा केन्द्र से गिरफ्तार किया गया।
इसी दौरान परीक्षा केन्द्र के आसपास संदिग्ध हालत में घूमती एक हरियाणा नम्बर की गाड़ी को पकड़ा गया, जिसमें नकल करने के उपकरण से लगी तीन बनियानें बरामद की गई और ज्वाली क्षेत्र में मुख्य सरगना के घर से पुलिस ने 11 लाख रुपये भी बरामद किए हैं। अब तक कुल 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से तीन हिमाचल प्रदेश के और 10 बाहरी राज्यों से है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रतियोगी परीक्षा के लिए अपनाई जाने वाली बेहतर प्रणाली का प्रयोग करें और इसी आधार पर पुलिस भर्ती के लिए दोबारा लिखित परीक्षा का आयोजन करें, जिसके लिए उम्मीदवारों को कोई अतिरिकत फीस नहीं देनी होगी। युवाओं की भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा और सरकार उनके साथ है।