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पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा भाई- बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन

पी. चंद |

रक्षा बंधन का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। भाई और बहन स्नेह के प्रतीक रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त में राखी बांधने की परंपरा रही है। बहन द्वारा भाई की कलाई में राखी बांधने से उस पर कोई खतरा नहीं आता है और उसका जीवन खुशहाल बना रहता है। रक्षा बंधन को लेकर हजारों वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं।

रक्षा बंधन के पर्व  के साथ ही सावन मास का भी समापन हो जाएगा और इसके बाद भाद्र महीने की शुरुआत हो जाती है। दिलचस्प बात ये है कि इस बार 24 वर्ष बाद रक्षा बंधन स्वतंत्रता दिवस के साथ पड़ रहा है।

कई सालों के बाद इस बार रक्षा बंधन पर शुभ मुहूर्त ज़्यादा लंबा है। राखी बांधने का शुभ मुहूर्त इस बार सुबह 5 बजकर 49 मिनट से शुरू है और शाम 6.01 बजे तक बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं।

रक्षाबंधन का त्‍योहार इस बार काफी खास है। कारण है इस दिन का पांचांग। इस बार रक्षाबंधन भद्रामुक्‍त रहेगा। इसलिए राखी बंधवाने का शुभ मुहूर्त लगभग पूरे दिन का है। वैसे कहा जाता है कि रक्षाबंधन पर दोपहर के समय राखी बांधना सबसे शुभ होता है। हर बार बहनें शुभ मुहूर्त देखकर राखी बांधती हैं क्‍योंकि भद्रा काल में राखी बांधना अनुचित माना जाता है।