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पुलिस कांस्टेबल भर्ती मामला: युवक का आरोप-मेरे ID नंबर पर दूसरे को दे दिया एडमिट कार्ड

मनोज धीमान |

पुलिस कांस्टेबल भर्ती लिखित परीक्षा के फर्जीवाड़े मामले में रैहन निवासी एक युवक के आरोप ने नया मोड़ ला दिया है। अगर युवक के आरोपों को सही मानें तो फर्जीवाड़े की आंच एसपी कार्यालय तक पहुंच सकती है। कांगड़ा जिला के फतेहपुर उपमंडल के रैहन निवासी अभ्यर्थी कर्ण सिंह ने दावा किया है कि धर्मशाला में आयोजित कांस्टेबल भर्ती में उसने शारीरिक दक्षता पास की थी। इसके बावजूद उसे एडमिट कार्ड नहीं मिला। उसकी आईडी और चेस्ट नंबर पर ऐसे अभ्यर्थी को एडमिट कार्ड जारी किया गया जो शारीरिक दक्षता में बाहर हो गया था।

कर्ण सिंह ने बताया कि उसने आठ अगस्त को एडमिट कार्ड लेने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय धर्मशाला में शिकायत की। उसने वहां अपनी आईडी नंबर और चेस्ट नंबर बताया, लेकिन वहां पर तैनात कर्मचारी ने कहा कि वह शारीरिक दक्षता में बाहर हो गया है। उसके बाद उसने कर्मचारी से भर्ती रैली का वीडियो फुटेज देखने की मांग उठाई, लेकिन कर्मचारी ने उसे टालकर बाहर कार्यालय से बाहर निकाल दिया। उसके बाद वह 10 अगस्त को फिर एसपी कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचा। फिर से उसने वहां अपना आईडी और चेस्ट नंबर बताया।

अभ्यर्थी ने दावा किया कि जब पुलिस कर्मचारी ने 10 अगस्त को ऑनलाइन उसका आर्डडी चेक किया तो उसके आईडी पर रजत नाम का युवक पाया गया। कर्ण सिंह ने दावा किया है कि रजत नाम के अभ्यर्थी ने दौड़ ही पास नहीं की थी। कर्ण ने आरोप लगाया कि दूसरे युवक को मेरी आर्डडी नंबर-91636 और चेस्ट नंबर 14788 पर एडमिट कार्ड जारी किया है।

कर्ण सिंह ने प्रदेश सरकार से इस मामले की जांच करने की गुहार लगाई। कर्ण सिंह ने इस संबंध में एसपी कांगड़ा को भी शिकायत पत्र दिया है। उसने भर्ती रैली की वीडियो को देखकर उसे न्याय दिलाने की मांग उठाई।

उधर, मंगलवार को भर्ती फर्जीवाड़े मामले में पुलिस की ओर से धरे गए अभ्यर्थियों में भी रजत नाम का युवक भी पकड़ा गया है। ऐसे में कुछ और संशय भी पैदा हो रहा है। उधर, एसएसएपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि कर्ण के आरोप निराधार हैं। ग्राउंड टेस्ट में उसे डिस क्वालीफाई किया गया है। जांच करने पर आर्डडी नंबर 91636 और चेस्ट नंबर 14788 कर्ण की ही पाई गई हैं।